मस्त विचार 4525
खुशियां बेच कर भी जो मुस्कुराया,
उसे कभी कोई दुख नहीं हरा पाया..
उसे कभी कोई दुख नहीं हरा पाया..
मगर साथ चलना भी तो कम नहीं होता..
जरुरी होना_ बहुत खूबसूरत है..
और अदालत ने पेशी अमावस की रात को मुकर्रर कर दी.
ये उस कांच के समान होती हैं जो लोगों को चुभती बहुत है.
कि कितना दर्द होता है_ _नजरअंदाज करने से..