मस्त विचार 4223
लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर, तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है..
दूसरों को कहने से बेहतर अब चुप रहना है.
घमण्ड है तो किस बात का, हम सब यहां किराएदार हैं…
जी भर के खुद को बरबाद किया हमने”
जान भी ले गए और जान से मारा भी नहीं..
तकदीर जब तमाचा मारती है, तो वो मुँह पर नहीं सीधा रूह पर लगता है…