मस्त विचार 3811

सोचने दे ज़माने को जो सोचता है,

_ अगर तेरा दिल सच्चा है तो नाज़ कर खुद पर..

ख़ुद पर नाज़ हो, ऐसा कुछ काम करो..!!

मस्त विचार 3810

कुछ लोग मेरे अल्फ़ाज़ों से, ” मेरे अंदर देखना चाहते हैं “

नादान हैं वो किनारे पे बैठ कर, समंदर देखना चाहते हैं.

मस्त विचार 3809

मंजिल का कुछ पता नहीं, लेकिन राहों ने चाहा तो फिर मिलेंगे कहीं..
अजीब तरह से गुज़र रही है ज़िंदगी,

_सोचा कुछ हुआ कुछ चाहा कुछ मिला कुछ..

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