मस्त विचार 3789

ज्यादा खुश रहना भी…..अच्छा नहीं होता इस जमाने में,

लोग अक्सर खिले हुए फूलों को तोड़ देते हैं..

मस्त विचार 3788

अब इतनी ज्यादा समझ आ गयी है कि…ना तो किसी के साथ बहस करने का मन करता है और ना ही ” समझाने का “
यदि आप वही कहते हैं_जो वे सुनना चाहते हैं

_ तो वे बहस नहीं करते हैं और खुश रहते हैं.!

मस्त विचार 3784

अकेला हूं इसका यह मतलब नहीं कि गलत रास्ते पर चल रहा हूं, _ अकेला इसलिए हूं _क्योंकि बड़े सपनों का पीछा कर रहा हूं और _बड़े सपनों का पीछा अकेले ही करना पड़ता है..
सपनों का साकार होना क्या होता है, _ यह सिर्फ वह समझ सकता है, _जिसने सालों खुद को रगड़ कर कुछ पाया हो.!!
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