मस्त विचार 4496
देख कर मेरी आँखें एक फ़कीर कहने लगा
पलकें आपकी नाज़ुक हैं ख्वाबों का वज़न कम कीजिये !!
पलकें आपकी नाज़ुक हैं ख्वाबों का वज़न कम कीजिये !!
वक्त बदलेगा तो कारवां भी नया होगा !!
वक़्त खुद कहेगा_ चल अब तेरी बारी है..
पर दोनों के दिलों में दोनों रहते हैं…
कर्म करोगे तो खामोशियां भी अखबारों में छपेंगी..