मस्त विचार 3659
मै उसमे रहता हूं वो भी मुझमे रहता है ।
_फ़िक्र नही जमाना, अब क्या कहता है ।।
जरुरत है तो ज़िक्र है, वरना किस को फ़िक्र है..!!
_फ़िक्र नही जमाना, अब क्या कहता है ।।
हम तो उनके देखने की अदा को देखते रह गए !
पर बिखरे पन्नों को, पहले प्यार से चिपकाइये.
तो समझ जाइए, अपना बहुत कुछ बनाने की जरुरत है.
सब होगा हासिल, तू अपनी ज़िद पे अड़ तो सही.