मस्त विचार 3564

सबकी असलियत से वाकिफ़ हैं हम, _ ख़ामोश जरूर हैं लेकिन अंधे नहीं..
लोगों की असलियत का पता होने के बावजूद भी ..ख़ामोश रह कर ..सिर्फ ये देखें कि ‘उनकी आख़री हद क्या है.’

मस्त विचार 3563

जो नजर से गुजर जाया करते हैं; वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं;

कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं.

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