मस्त विचार 3511
जहां अपनों के सामने अपनी सच्चाई साबित करनी पड़े,
_” वहां हम बुरे ही ठीक हैं “
_” वहां हम बुरे ही ठीक हैं “
कुदरत परिन्दों को खाना जरूर देती है, मगर घोसलों में नहीं…!!!
जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो,
कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं,
जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो..
_ इस दुनिया में आसानी से कुछ भी नहीं मिलता..!