मस्त विचार 4526
ना किसी के लिए नफरत ना फरेब रखता हूँ,
शायद इसलिए लोगों को जहर लगता हूँ..
शायद इसलिए लोगों को जहर लगता हूँ..
उसे कभी कोई दुख नहीं हरा पाया..
मगर साथ चलना भी तो कम नहीं होता..
जरुरी होना_ बहुत खूबसूरत है..
और अदालत ने पेशी अमावस की रात को मुकर्रर कर दी.
ये उस कांच के समान होती हैं जो लोगों को चुभती बहुत है.