मस्त विचार 4119

“मुश्किल राहें भी आसान हो जाती है, हर राह पर पहचान हो जाती है,

_ जो लोग मुस्करा के करते है सामना, किस्मत उनकी गुलाम हो जाती है”

जब जीवन जीना मुश्किल हो जाता है,

_ तब उस मुश्किल में से ही जीने की कोई राह निकल आती है.

क्या मुश्किलों की सीमाएं आपको रोक लेंगी ?

_ आपके भी तो हाथ हैं, कुछ नया बनाइए..!! जागिए और लीजिए कुछ फैसले..

हम में से अधिकतर लोग..

_ दूसरों के फैसले पर चल कर अपनी पूरी जिंदगी बोझ बना लेते हैं..!!

जिन्दगी राह भी, राही भी, मंजिल भी, सफर भी;

_ जिसे चलना नहीं आता वह अक्सर कुचले जाते हैं..!!

“एक बार आप सही राह देखें तो सही”

“चलना आसान है,  लेकिन सही से आगे बढ़ना ?”

_ यह एक पूरी तरह से अलग बात है !!

मस्त विचार 4114

ख्वाहिशों में जिनके उड़ान होती है, जिन्दगी कहाँ उनकी आसान होती है..
ख्वाहिशों ने ही भटकायें हैं ज़िन्दगी के रास्ते,

_ रूह तो उत्तरी थी जमीं पे, मंज़िल का पता लेकर..

error: Content is protected