मस्त विचार 4107
मंजिल समझ कर बैठ गए जिनको चंद लोग
मै ऐसे रास्तों से गुजरता चला गया !
मै ऐसे रास्तों से गुजरता चला गया !
प्यार भरी बातें करके फिर हमें दोस्त कहा उसने..
खुले आसमान में तो तिनके भी सफ़र कर लेते है.
रास्ते पर तो सभी चलते हैं, जो रास्ते बनाए वही इंसान है … !!
ज़िंदगी तल्ख़ सही दिल से लगाए रखना,,
क्यूंकि रोने के बाद हंसने का मज़ा ही कुछ अलग आता है..