मस्त विचार 4211
बर्बाद बस्तियों में किसे ढूँढते हो तुम,
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते !
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते !
बस हम गिनती उसी की करते हैं, जो हासिल ना हो सका..
और हम गिर कर संभलने का हुनर जानते हैं.
जो उन्हें खटखटाने की जुर्रत करते हैं..