मस्त विचार 4205
तारीफ की चाहत तो नाकामों की फितरत होती है,
काबिल के तो दुश्मन भी कायल होते हैं !
काबिल के तो दुश्मन भी कायल होते हैं !
जिधर भी देखूं तू बिखरीं पड़ी है.
_ जितनी जगह मतलबी और चापलूस लोग बना लेते हैं..!!
हम अपने मन को बहुत पहले ही मार आए हैं..
मरने वालों का तो सब पूछते है वो मरा कैसे…
मैं तो इस आस पे ज़िन्दा हूँ कि मरना कब है….!!