मस्त विचार 4193
ख्वाहिश बस इतनी सी ….चाहिए एक छोटा सा पल…
और साथ तुम …….सिर्फ तुम
और साथ तुम …….सिर्फ तुम
_ समझ आयी तो हम ख्वाबों की मुट्ठी में थे !!
_ संगीन और कड़वी हकीकत है दुनिया, यह कोई सुनहरा ख्वाब नहीं.!!
_ बातों का भी एक्सपायरी डेट होता है, आखिर सालों से वही-वही कोई कब तक सुनें..!
_ कम्बख्त वहीं से गुजरता है जहां रास्ते नहीं होते..
_ हर किसी के पास कुछ ना कुछ कमी है.!!
किसी से बात ना होना भी चुभता है..
अगर मैं उन्हें तोहफे में एक आईना दे दूँ..