My Favourites – नज़रअंदाज़ – बेपरवाह, – परवाह – 2010

लोग आपको बताते हैं कि वे कौन हैं, लेकिन हम इसे नजरअंदाज कर देते हैं

_क्योंकि हम चाहते हैं कि वे वही बनें _जो हम चाहते हैं.

People tell you who they are, but we ignore it because we want them to be who we want them to be.

हमारे पास एक आवाज़ है जो हमसे बात करती है,

रोजमर्रा की जिंदगी में हम अक्सर इसे भूल जाते हैं या नजरअंदाज कर देते हैं.

अपने स्वयं के व्यर्थ कार्यों में व्यस्त रहते हैं या केवल सामाजिक अनिवार्यताओं से प्रभावित हैं.

संभवतः ये वक़्त बेहद गंभीरता से सोचने का है कि जिंदगी की भागदौड़ में _

_ हमनें कितनी खुबसूरत चीज़ों को नज़रअंदाज़ कर दिया है ?????

छोटी-छोटी बातें भी हमें संकेत देती हैं, लेकिन हम लापरवाही या आलस के चलते उन्हें नज़रंदाज़ करते हैं…

_ हर चीज हमसे बात करती है, बस उसे सुनना जरुरी है !!

क्या हम बड़ी चीज़ों के लिए _ उन सभी छोटी चीज़ों को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं ?

_जिनका महत्व बड़ी चीज़ों के बराबर है ?

जिस चीज़ को आप नज़रअंदाज करते हैं, उससे सावधान रहें ; _कभी-कभी,

_ जिसे आप नज़रअंदाज कर देते हैं, _वही आपको सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है.!!

नहीं रही शिकायत अब तेरे नज़रअंदाज़ से,

_ तू बाकियों को खुश रख, हम तनहा ही अच्छे हैं

मन की शांति पाने का सबसे बढ़िया तरीका है -_

_ कुछ चीजों को नज़रअंदाज़ करना भी सीखें ..

नज़र अंदाज़ करने में फकत तुम ही नहीं माहिर.._

_ निगाहें फेर लेने का हुनर हमको भी आता हैं..

” वक्त की कमी इंसान को असंवेदनशील बना देती है “

_ वह बहुत कुछ जीवन से नज़रअंदाज कर देता है…

तनाव उन बातों को नज़रअंदाज़ करने से आता है,

_जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए..

अपनी जिंदगी के सलीके कुछ यु मोड दो,

_जो नजर अंदाज करें… _ उसको नजर आना ही छोड़ दो..!!

जो करने लगे नजरंदाज हमे, उन्हें हम फिर नजर नहीं आते..

चाह कर भी वो फिर दिल में, जगह बना नहीं पाते.!!

लोग आपको भूल नहीं सकते, _ इसीलिए वे नज़रअंदाज़ करते हैं…!!!
अब नाराज किसी से नहीं होना है _,, बस नज़रअंदाज़ करके जीना है..
जिन्दगी आसान बनाइए…. _ कुछ अंदाज से, कुछ नज़रअंदाज़ से…
खुद के अंदाज़ में जियो, _ लोग क्या कहते हैं उसको नज़रअंदाज़ करो…
जहां आपकी बातें नज़रअंदाज की जाएं ; _ वहां ख़ामोश रहना ही बेहतर है.
कमज़ोर बदला लेते हैं, मजबूत माफ़ करते हैं और समझदार नज़रअंदाज़ करते हैं.
सब कुछ सीखना ही ज्ञान नहीं है, _ कुछ बातों को नज़रअंदाज़ करना भी ज्ञान है.
अपना एक अलग ही अंदाज होना चाहिए _ जो ना समझे _ वो नज़रअंदाज़ होना चाहिए.
यदि मैं तुम्हें नज़रअंदाज़ करता हूँ… मतलब समझ जाना ; _ मेरी नज़रों में गिर चुके हो तुम…!!
कुछ यूँ …हम भी अपना प्यार बयां कर रहे हैं _ आजकल हम भी उन्हें नज़रअंदाज़ कर रहे हैं..
जो बातें नज़रअंदाज़ करने लायक हैं, _ आपको_ उन बातों को_ नज़रअंदाज़ ही करना चाहिए.
ऊब गया हूँ लोगों के झूठे दिखावे से, _ अब कोई अपना दिखता भी है तो नज़रअंदाज़ कर देता हूँ…!!!
“जिंदगी में किन चीजों को नज़रअंदाज़ करना है, _ इसे जान लेने की कला बहुत बड़ी बुद्धिमानी है….”
अगर आप नज़रअंदाज़ करने में माहिर नही, _ तो आप बहुत कुछ खोएँगे – सबसे पहले अपना सुकून !!
गैरों को खुश करने में अपना बड़ा कीमती समय बरबाद किया मैंने, _ पता तब चला जब उन्होंने नज़रअंदाज़ किया मुझे..
कुछ कमियां मुझमें थी, कुछ कमियां लोगों में थी, _ फर्क सिर्फ इतना सा था कि वो गिनते रहे और ” हम नज़रअंदाज़ करते रहे ”
संघर्ष के प्रत्येक मोड़ पर आप को कुछ ऐसे व्यक्ति ज़रूर मिलेंगे, जो अपनी निम्नस्तर बातों से आप को प्रेरणाहीन एवं लछ्य से भटकाने की कोशिश करेंगे..

_ आप को उन्हें नज़रअंदाज़ करना है और बिना अधिक सोचे आगे बढ़ते रहना है ..!!!

” लोग उस बात को नज़रअंदाज़ नहीं करते हैं जिसे उन्हें नज़रअंदाज़ करना चाहिए,

_ लेकिन जिस चीज़ को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं,

यह अज्ञानता के रूप में जाना जाता है “

लोग कहते हैं कि कार्य शब्दों से ज़्यादा ज़ोर से बोलते हैं, लेकिन कभी-कभी ये शब्द ही होते हैं _ जो सबसे ज़्यादा दुख पहुंचाते हैं.

_ कार्यों को नजरअंदाज करना आसान है _ लेकिन शब्द आपके दिल पर चोट करते हैं _ जहां दर्द होता है..

अपने अगले कदम को सीक्रेट रखिए ; यहां अच्छा चाहने वाले हों ना हों ; पर बुरा चाहने वाले बहुत से लोग हैं.

इस बात को बाहर मत आने दीजिये कि आपने क्या करने के लिए सोचा है, इसे रहस्य ही बनाये रखना अच्छा है और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये जब तक कार्य सफल नहीं हो जाता.

— ” कभी भी अपने सीक्रेट्स किसी को नहीं बताना चाहिए _ इससे आपके ऊपर मानसिक दबाव बढ़ जाता है.”—

किसी को भी, ख़ुद को पूरी तरह जानने मत दीजिए, _ जानते ही वह आपसे कटने लगेगा और अलग हो जाएगा ; पूरी तरह जान लेना, रूचि का ख़त्म हो जाना है, यानी आकर्षण का लुप्त हो जाना है, और यह दुनिया आकर्षण पर ही चलती है.

_ _यदि आप किसी को पूरी तरह जान गए हों, तो उसे यह पता लगने मत दीजिये : पता लगते ही वह आपसे कतराने लगेगा और अलग हो जाएगा, _ _ कोई इंसान अन्दर से यह नहीं चाहता कि उसे पूरी तरह जान लिया जाए..

यदि आप अपने प्लान दूसरों को बताते हैं तो इससे उसके पूरे होने की संभावना कम हो जाती है,

इसलिए काम पूरा होने से पहले किसी को ना बताएं. – ” वही काम शीघ्रता से सफल होता है, _ जिसकी भनक तक किसी को ना लगे “

इस बात को व्यक्त मत होने दीजिए कि आप ने क्या करने के लिए सोचा है, _

_ बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाए रखिए और उस काम को करने के लिए दृढ़ रहिए.

आप को लोगो के साथ खुली किताब बिलकुल नहीं रहना चाहिए,

_ आप का रहस्यमयी होना आप को लोगों से बचाता है ..

असली सुख रहस्यमयी बन कर रहने में है…

सबके सामने _अपनी कमजोरियों को गिनाना बेहद घातक हो सकता है…!!!

जब से मैंने लोगों को यह बताना बंद कर दिया कि मेरी ज़िंदगी में चल क्या रहा है… _

_ तब से काफ़ी सुकून में रहने लगा हूं…!!!

दूसरों के पास आपके दैनिक जीवन की अत्यधिक जानकारी होना…..कोई अच्छा संकेत नहीं है.

  • ” आप बर्बाद तब नहीं होते जब आप के दुश्मन हजार होते हैं, _

_ आप बर्बाद तब होते हैं जब आप अपने सारे राज दूसरों को बताना शुरू कर देते हैं..”

अपनी स्वयं की नीतियों और विशिष्ट ज्ञान को गुप्त रखो ; समय आने पर कोई भी आप का शत्रु बन सकता है _

_ उन नीतियों को ऐसा रखो कि किसी भी छेत्र में शत्रु को मात दे सको ..

जीवन में आप स्थिरता चाहते हैं तो _ लोग जितना जानना चाहते हैं, _

_ उन्हें उस से ज्यादा कहना बंद कर दें !! ” मौन सर्वोत्तम है “

लोगों को सिर्फ़ उतना ही बताएं, जितना उनके लिए ज़रूरी है, उससे ज़्यादा नहीं.
” हर शख्स ” नहीं होता हर बात के काबिल, हर शख्स को हर बात बताया ना करो.
हम उन्हें रुलाते हैं, जो हमारी परवाह करते हैं. हम उनके लिए आँसू बहाते हैं जो कभी हमारी परवाह नहीं करते,,,

,, और हम उनकी परवाह करते हैं जो कभी हमारे लिए नहीं रोयेंगे — यही जीवन का सच है, अजीब है पर सच है.

_ जब भी आपको यह अहसास हो — आप बदल जायँ, क्योंकि बदलने के लिए कभी देरी नहीं होती.

किसी के जीवन में बदलाव लाने के लिए, आपको प्रतिभाशाली, अमीर, सुंदर या परिपूर्ण होना ज़रूरी नहीं है. _ आपको बस परवाह करनी है.

To make a difference in someone’s life, you do not have to be brilliant, rich, beautiful, or perfect. You just have to care.

हम बहुत देर बाद सीखते हैं कि _ हमें दुनिया की नहीं परन्तु खुद की परवाह करनी चाहिए…!!!

“- खुद को ख़ुश रखना ” सीखने में ही हम सब बहुत देर कर देते हैं…!!!- “

यदि आप परवाह करते हैं कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, तो आप हमेशा उनकी सोच के ग़ुलाम*बने रहेंगे.

“अपने” आप पर भरोसा रखें.

अपनी परेशानियों का रोना किसी से ना रोयें, क्योंकि, _ 20% लोगों को आपकी परवाह नहीं होगी _

_ और बाकी 80% इस बात से खुश होंगे कि आप परेशानी में हैं.

जो इंसान आपके रोने पे भी आपकी परवाह नहीं करता …_

_ वो आप की खुशियों की हिफाज़त कभी नहीं कर सकता…

अच्छा है जो बेपरवाह हो, ” ख़ुश तो रहते हो “

_ सबकी परवाह करने वालों को ” अक्सर तन्हाई में रोते देखा है “

बड़ा सकून है इस लापरवाही में, _

_ वरना बहुत कुछ गवां दिया सबकी परवाह करते करते !!

बेपरवाह रहना ही भला है साहब, _ परवाह करो तो लोग, सस्ता समझ लेते हैं..

_कभी भी किसी व्यक्ति को उस स्थिति में न धकेलें _जहां उसे कोई परवाह न रह जाए..

खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ, _

_ लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ.

ज़माना कुछ भी कहे, उसकी परवाह ना कर ;

जिसे ज़मीर ना माने, उसे सलाम ना कर.

परवाह मत करो कि लोग क्या कहते हैं, _

_ आपके घर के ख़र्चे लोग नहीं ” आप खुद उठाते हो “

एक परवाह ही बताती है कि ख़्याल कितना है..!! _

_ वरना कोई तराजू नहीं होता रिश्तो में…!!!

ढूंढना ही है तो परवाह करने वालों को ढूंढ़िये, _

_ इस्तेमाल करने वाले तो ख़ुद ही आपको ढूंढ लेंगे.

कितने मासूम होते हैं, ये आँसू भी…_

_ ये गिरते भी उनके लिये हैं, जिन्हें परवाह नहीं..

वजह की तलाश में…वक्त ना गंवाया करो…_

_ वेवजह…बेपरवाह…बेझिझक…बस मुस्कुराया करो…

काश… ऐसी कोई लापरवाही हो जाये मुझसे, _

_ कि अपने गम की गठरी कही भूल आऊँ मैं..!!

तू किनारे पर रेत के टीले बनाता है.. _

_ हमें किनारों की परवाह नहीं.._ हमें तो उस पार जाना है..

परवाह नही,,,,,,,चाहे ज़माना कितना भी खिलाफ हो._

_ चलूँगा उसी राह पर जो सीधी और साफ हो,,,

जब से लोगों की परवाह करना छोड़ा है, _ ज़िन्दगी काफी खूबसूरत हो गयी है..
परवाह से ज्यादा बेपरवाह में ठीक हुँ,,_ नाम कमाने से ज्यादा गुमनामी में ठीक हुँ,,
गलत लोगों की परवाह करना छोड़ दो, _ जिंदगी बहुत आसान हो जाएगी…
परवाह बस उनकी करो _ जिन्हें आपकी परवाह हो …बाकी सब शून्य कर दो.!!
सबसे दुखद बात यह है कि किसी की बहुत ज्यादा परवाह करने के चक्कर में _ खुद को खो देना और यह भूल जाना कि _ आप भी खास हैं..!
मैं थक गया था परवाह करते करते, जब से बेपरवाह हूँ आराम सा है..
जिस चीज़ की आप को परवाह है, _ उसकी चिंता करना ज़रूरी है.
कोई आपके बारे में क्या सोचता है, इसकी परवाह ज्यादा ना करें.
नतीजों की परवाह नहीं, _ प्रयासों का अपना अलग मजा है.
वैभव – विलास की चाह नहीं _ अब कोई परवाह नहीं .!!
किसी को अपने साथ बुरा व्यवहार करने की अनुमति केवल इसलिए न दें, क्योंकि आप उनसे प्यार करते हैं या उनकी परवाह करते हैं.

_ सबसे ज़हरीली चीज़ों में से एक जो आप स्वयं के साथ करेंगे, _वह है किसी की बुराइयों को नज़रअंदाज करना,

_क्योंकि आप उन्हें अपने जीवन में बनाए रखना चाहते थे ; _ लेकिन ऐसा मत करो, _इस तरह की मानसिकता कभी लागू मत करो.

कई बार आपकी मुलाकात ऐसे लोगों से होगी _जो या तो आपसे प्यार करेंगे या आपको ठेस पहुंचाएंगे.

_और यदि कोई आपके साथ कभी भी सही व्यवहार नहीं करता है, तो आपको अलग हट जाना होगा.

” जिनकी समझ विकसित [ developed ] होती है _ उन्हें छोटी-छोटी बातें पसंद नहीं होती हैं.”

_वे अक्सर खुद को रचनात्मक [ creative ] या सहज ज्ञान [ common sense ] युक्त रखते हैं.

_ वे ज्वलंत [ flagrant ] सपने देखते हैं, और अक्सर अगले दिन अपने सपनों को याद कर सकते हैं.

_उन्हें संगीत, प्रकृति, कला, सौंदर्य पसंद है.

_वे असाधारण रूप से मजबूत भावनाओं को महसूस करते हैं – कभी-कभी खुशी के तीव्र झटके, लेकिन दुःख, उदासी और भय भी.

— ऐसे लोग _ उन सूक्ष्मताओं [ subtleties ] को नोटिस करते हैं _जो दूसरे नज़रअंदाज़ कर देते हैं

_ जैसे किसी अन्य व्यक्ति की मनोदशा में बदलाव, या किसी लाइटबल्ब का बहुत अधिक तीव्रता से जलना.

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