” सोचें ” आपके लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं ? – 2022

हम इस दुनिया में चिंतित होने के लिए नहीं आये हैं ;

_ हमारे विचार चिंतित और तनाव का कारण बनते हैं, और हम विचार बदल सकते हैं.!!
_ “स्वस्थ सोच एक आदत है, जैसे विक्षिप्त सोच एक आदत है.!!”
अगर आप लोगों के खुश होने के चक्र को रोकना चाहते हैं। । ।

_ तो आपको अपने आप को.. किसी और चीज और लोगों से ऊपर खुद को प्राथमिकता देना चाहिए.
_ दूसरों को खुद पर नियंत्रण नहीं करने देना चाहिए, और खुद की भी सुनना चाहिए.
_ क्योंकि याद रखें: आप महत्वपूर्ण भी हैं.
यह कभी न भूलें कि आप कैसे चलते रहे;

_याद रखें कि आप इतनी दूर आ गए हैं.!!

इस दुनिया में कोई भी चीज़ आपको उतना कष्ट नहीं दे सकती..

_ जितना आपके अपने विचार..!!
_ कभी-कभी हमारी याददाश्त ही हमारी सबसे बड़ी दुश्मन होती है ;
_इसे जाने देना चाहिए.!!
दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं.. उससे कई ज़्यादा आप ख़ुद के बारे में कैसी सोच रखते हैं.. यह मायने रखता है.!!
बड़ा मनुष्य वह होता है जो वैचारिक असहमति के बावजूद अपने मानवीय मूल्यों को बचाकर रखता है.
किसी व्यक्ति को जितने लोग पसंद करने वाले होते हैं,

_ उतने ही उसे नापसंद करने वाले भी होते हैं.
_ यदि किसी की नज़रों में आप अत्यंत मूल्यवान हैं, तो कई ऐसे लोग भी होंगे जिनकी नज़रों में आपका कोई मूल्य ही न हो.
_ इसलिए न किसी की तारीफ़ से खुश होना चाहिए, न किसी की निन्दा से दुखी.!!
जो आपको पसंद नहीं करते ..उन्हें सिर्फ़ अपनी वास्तविकता दिखाएँ,

_ कभी अपना विजन न दिखाएँ,
_ अपने इरादों को प्रसारित न करें,
_ चुपचाप काम करें और हासिल करते रहें,
_ आपकी उपलब्धियाँ ही आपका चेकमेट [शह और मात] हैं.
जो दूसरे कर रहे हैं, आपको भी वही करने कि ज़रूरत नहीं है ;

_ वो करिए जो आपके लिए वाकई मायने रखता है !!
_ भौतिक चीजें थोड़ी -सी हों, तो भी खुश रहना चाहिए..
__ ये ज़िन्दगी भौतिक चीजों से नहीं आपकी अंतरात्मा कि प्रसन्नता से चलती है..!!
अपने वक्त के साथ गर्मियों का मौसम चला गया, वक्त के हिसाब से सर्दी भी आ गई,

_ हमारे कर्म और भाग्य हमे धनवान और सुखी भी बना देंगे,
_ सरकारे चिकित्सा, शिछा और कानून व्यवस्था बेहतर भी कर देगी..
_ पर इनमें से कोई भी चीज अपने दिमाग की बनावट को नही बदल सकती,
_ वो हमेशा असन्तुष्ट और चिंतित ही रहेगा…!
जीवन में हमारे संघर्ष हमारी ताकत का विकास करते हैं ;

_ संघर्षों के बिना, हम कभी भी आगे नहीं बढ़ पाते हैं और न ही कभी मजबूत होते हैं,
_ इसलिए हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने दम पर चुनौतियों का सामना करें,
_ और दूसरों की मदद पर निर्भर न रहें.
जीवन में कई बार हमें सेकंड के सौवें हिस्से में जल्दबाजी में निर्णय लेना पड़ता है..

_ और फिर उसके अच्छे या बुरे परिणामों के साथ हमें पूरी जिंदगी जीना पड़ता है..
_ और फिर हम उस सही या गलत निर्णय के लिए खुद को कोसते रहते हैं, अपने आप को..
_ कि वो सही या गलत फैसला हमने क्यों लिया था….!
हम चीजों के खोने पर रोते हैं क्योंकि उनकी कीमत होती है;

_ लेकिन क्या हम जीवन की हानि पर भी रोते हैं,
_ [ जीवनयापन ] जीने का खर्च बहुत ज्यादा है,, और हमने इसकी कीमत चुकाने से इनकार कर दिया है..!!
_ काश, हम सब की ज़िन्दगी रोचक होती !!
_ हम सब मज़े से जीना चाहते हैं..
_ लेकिन आस-पास के हालात हमारी चमड़ी उधेड़ते रहते हैं..
_ और हम अपने बदन को छिला हुआ देखकर भी यह नहीं तय कर पाते कि इस पर हंसें या रोएँ !
_ “मुश्किलों का सामना करने के दो तरीके हैं ;
_ आप कठिनाइयों को बदल देते हैं या उनका सामना करने के लिए खुद को बदल लेते हैं.”
सब कुछ उस व्यक्ति के निर्णय पर निर्भर करता है, जिसे आपके साथ रहना है.

_ वह आपकी तमाम खामियों को भी नजरअंदाज करके परफेक्ट कारण बता देगा.
_ और अगर उसे नही रहना है तो राई के दाने सी बात का इश्यू बना के छोड़ जाएगा..!
आप किसी को जितना अधिक मौके देंगे, उनके मन में आपके लिए उतना ही कम सम्मान होना शुरू हो जाएगा ;

_ वे आपके द्वारा निर्धारित मानकों को नज़रअंदाज करना शुरू कर देंगे..
_ क्योंकि उन्हें पता चल जाएगा कि एक और मौका हमेशा दिया जाएगा ;
_ वे आपको खोने से नहीं डरते _क्योंकि वे जानते हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए आप उनसे दूर नहीं जाएंगे ;
_ आपकी क्षमा के आधार पर वे सहज हो जाते हैं ;
_ कभी भी किसी व्यक्ति को आपका अनादर करने में सहज न होने दें !!
The more chances you give someone the less respect they’ll start to have for you. They’ll begin to ignore the standards that you’ve set because they’ll know another chance will always be given. They’re not afraid to lose you because they know no matter what you won’t walk away. They get comfortable with depending on your forgiveness. Never let a person get comfortable disrespecting you.
पीछे मुड़कर पछताने की अपेक्षा आगे की ओर देखकर तैयारी करना बेहतर है.

It’s better to look ahead and Prepare, than to look back and Regret.

सबसे बड़ी जागृति तब आती है जब आपको एहसास होता है कि हर कोई नहीं बदलता.!! _ कुछ लोग कभी नहीं बदलते..!!! और यही उनकी यात्रा है. _ उन्हें ठीक करने का प्रयास करना _ आपका काम नहीं है..!

One of the greatest awakenings comes when you realize that not everybody changes. Some people never change. And thats their journey. It’s not yours to try to fix for them.

हर कोई अपने जीवन में एक बिंदु पर आता है जब वे छोड़ना चाहते हैं। लेकिन उस क्षण आप क्या करते हैं यह निर्धारित करता है कि आप कौन हैं.

Everybody comes to a point in their life when they want to quit. But it’s what you do at that moment that determines who you are.

“यहाँ हर चीज़ हर चीज़ के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई है ; _यदि आप शांतिपूर्ण, सुखी जीवन जीना चाहते हैं ; _ फिर दूसरों को परेशान मत करो.”

“Everything is intimately connected with Everything here. If you want to live a peaceful, happy life. Then do not disturb the others.”

यदि आप अपने विचारों को नियंत्रित करना नहीं सीखते हैं, तो आप कभी भी अपने व्यवहार को नियंत्रित करना नहीं सीखेंगे.

If you don’t learn to control your thoughts, you will never learn how to control your behavior.

कभी-कभी आप किसी चीज़ का मूल्य तब तक नहीं जान पाएंगे जब तक कि वह एक स्मृति न बन जाए..

Sometimes you will never know the value of something, until it becomes a memory.

हममें से कुछ जल्दी परिपक्व हो गए क्योंकि जीवन ने हमें कम उम्र में दुनिया का सबसे बुरा पक्ष दिखाया.

Some of us matured early because life showed us the worst side of the world at an early age.

आपके जीवन के सबसे बुरे समय के बारे में _सबसे अच्छी बात यह है कि _आपको हर किसी का असली रंग देखने को मिलता है.

_जब आप विजेता होते हैं तो हर कोई आपसे प्यार करता है ; _लेकिन जब आप हारे हुए होते हैं, तो उतना नहीं.

The best thing about the worst time in your life, is that you get to see the true colors of everyone.
Everyone loves you when you are a winner. But when you are a loser, not so much.
समस्या यह है कि जब लोग असली होते हैं तो उनसे नफरत की जाती है और नकली होने पर प्यार किया जाता है.

The problem is people are being hated when they are real, and are being loved when they are fake.

अगर आप दूसरों से सम्मान पाना चाहते हैं, तो सबसे बड़ी बात है खुद का सम्मान करना ; _ केवल उसी से, केवल आत्म-सम्मान से ही आप दूसरों को अपना सम्मान करने के लिए बाध्य कर सकेंगे.

If you want to be respected by others, the great thing is to respect yourself. Only by that, only by self-respect will you compel others to respect you.

सबसे बड़ी गलती जो हम करते हैं, वह है दूसरों की राय को _ अपने बारे में _ अपनी राय से अधिक महत्वपूर्ण बनाना.

यदि आप उन्हें अपने आत्म-सम्मान को कमज़ोर करने की अनुमति देते हैं, तो आप अपने सम्मान के बजाय दूसरों का सम्मान चाह रहे हैं, और आप स्वयं का त्याग कर रहे हैं.

लोगों को अपने जीवन की घटनाएँ बताना, ख़ासकर बुरी घटनाएँ, खुद को चौराहे पर बेनकाब करने जैसा है.

_ अनेक तमाशबीन इकट्ठे हो जाते हैं और चटखारे लेते हैं.
_ घटनाएँ नहीं, उन घटनाओं-दुर्घटनाओं से उपजा ज्ञान लोगों में बाँटें,
_ इससे आपके दुखों का उदात्तीकरण होगा..!!
आपको निराश करने के लिए लोगों को दोष न दें ; _ उनसे बहुत अधिक अपेक्षा करने के लिए स्वयं को दोषी ठहराएँ.

Don’t blame people for disappointing you. Blame yourself for expecting too much of them.

उन लोगों से नाराज़ न हों जिनमें बदलाव की क्षमता नहीं है.

Don’t be angry with people who don’t have the capacity to change.

यह विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है कि आप जो चाहते हैं _वह आपके लिए है _या आप इसे दूसरों की स्वीकृति के लिए चाहते हैं.!!

It’s impotant to analyze whether what you want is for yourself or if you want it for the acceptance from others.

“यदि आप जानते हैं कि लोग मृतकों को कितनी जल्दी भूल जाते हैं, तो आप लोगों को प्रभावित करने के लिए जीना बंद कर देंगे.”

“If you know how quickly people forget the dead, you will stop living to impress people.”

जहाज़ चारों ओर पानी के कारण नहीं डूबते; जहाज डूब जाते हैं क्योंकि उनमें पानी भर जाता है.

_ आपके आस-पास जो कुछ भी हो रहा है उसे अपने अंदर हावी न होने दें और आप पर दबाव न डालें.

Ships don’t sink because of the water around them; ships sink because of the water that gets in them. Don’t let what’s happening around you get inside you and weigh you down.

लोगों के इतनी जल्दी हार मानने का कारण यह है कि वे यह देखने लगते हैं कि उन्हें अभी कितनी दूर जाना है, बजाय इसके कि वे कितनी दूर आ गए हैं.

The reason why people give up so fast is because they tend to look at how far they still have to go, instead of how far they have come.

अपनी भावनाओं को कभी भी ज्यादा गहरा न होने दें, लोग किसी भी पल बदल सकते हैं.

Never let your feelings get too deep, people can change at any moment.

आप जो चाहते हैं वह आपको नहीं मिलता; आपको वही मिलता है जिसके लिए आप काम करते हैं.

You don’t get what you wish for; you get what you work for.

जो काम आपने नहीं किया, उसके न मिलने वाले परिणाम से निराश न हों.

Don’t be upset by the result you didn’t get, from the work you didn’t do.

जब आप अपने लिए कुछ अलग चाहते हैं, तो आपको अलग की ओर बढ़ना शुरू करना होगा.

_पुरानी चाबियाँ नए दरवाजे नहीं खोलतीं

When you want different for yourself, you have to start moving different. Old keys dont unlock new doors.

आप वह नहीं खो सकते जो आपके पास कभी नहीं था, आप वह नहीं रख सकते जो आपका नहीं है, _ और आप उस चीज़ को पकड़कर नहीं रख सकते _ जो आपके पास नहीं रहना चाहती.

You can’t lose what you never had, you cant keep what’s not yours, and you can’t hold on to something that doesn’t want to stay.

आज हमारी पसंद या तो हमें उस जीवन के करीब ले जा रही है _ जो हम चाहते हैं,

_ या वे हमें उसी स्थिति में फंसाए रख रहे हैं _ जिसमें हम हमेशा से रहे हैं.

Our choices today are either getting us closer to the life we desire, or they are keeping us stuck in the same exact situation we have always been in.

सच तो यह है, जब तक आप जाने नहीं देते, जब तक आप खुद को माफ नहीं करते, जब तक आप स्थिति को माफ नहीं करते, जब तक आपको यह एहसास नहीं होता कि स्थिति खत्म हो गई है, आप आगे नहीं बढ़ सकते.

The truth is, unless you let go, unless you forgive yourself, unless you forgive the situation, unless you realize that the situation is over, you cannot move forward.

ऐसा लगता है कि हर किसी को इस बात का स्पष्ट विचार है कि दूसरे लोगों को अपना जीवन कैसे जीना चाहिए, लेकिन अपने बारे में किसी को नहीं..!!

The truth is, unless you let go, unless you forgive yourself, unless you forgive the situation, unless you realize that the situation is over, you cannot move forward.

यदि आप कुछ करने जा रहे हैं, तो पूरे रास्ते जाएँ. अन्यथा, आरंभ ही न करें.

If you’re going to do something, go all the way. Otherwise, don’t even start.

आप जितने बड़े होंगे, आप उतने ही अधिक शांत हो जायेंगे.

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, जीवन आपको गहराई से नम्र बनाता है.

_आपको एहसास होता है कि आपने कितनी बकवास में समय बर्बाद किया है.

The older you get, the more quiet you become.

Life humbles you so deeply as you age.

You realize how much nonsense you’ve wasted time on.

चीज़ों के बेहतर होने का इंतज़ार न करें. जीवन हमेशा जटिल रहेगा. अभी खुश रहना सीखें, नहीं तो आपके पास समय खत्म हो जाएगा.

Don’t wait for things to get better. Life will always be complicated. Learn to be happy right now, otherwise you’ll run out of time.

यह उम्मीद न करें कि लोग आपके लिए मौजूद रहेंगे. _ सिर्फ इसलिए कि आप हमेशा उनके लिए मौजूद हैं. _ हर किसी का दिल आपके जैसा नहीं होता.

Don’t expect people to be there for you. Just because you are always there for them. Not everyone has the same heart as you.

जिंदगी में ऐसे मौके भी आते हैं, जब आप लोगों की मदद के मोहताज होते हैं, और लोग मदद भी करना चाहते हैं,

लेकिन आपके स्वभाव और खराब आदतें देखकर, आपकी मदद नहीं कर पाते.

अपने भीतर करुणा रखिए आवेश नहीं, _ क्योंकि बादलों की वर्षा से ही पुष्प खिलते हैं उसकी गर्जना से नहीं …

_ जिदंगी जीने का सही तरीका उन्हीं को आया है, _ जिन्होंने जिदंगी में हर जगह * बादाम * नहीं बल्कि * धक्का * खाया है ..

ये दुनियादारी एक मकड़जाल है __ ज्यादा इधर उधर में रहोगे तो फंसते जाओगे__ बेहतर है खुद पर ध्यान केंद्रित करो !

_ पुरानी बातों कि उलझनों में ज्यादा देर तक उलझे रहना सही नहीं है, उस दायरे से बाहर निकल जिंदगी को रिफ्रेश करते रहो !!

जब परिस्थितियां बदल जाती हैं, तो रणनीति बदलने में कोई बुराई नहीं है ;

_ अपना सर्वश्रेष्ठ करें, वर्तमान का मजा लें और जो है उसमें खुश रहें..!

जीवन का मूल्य समझें और इस जीवन को किसी अच्छे कार्य को समर्पित करें..

_ तभी ये सुन्दर है..!!

आप जिस भी दौर से गुजर रहे हैं, चलते रहें और अपने आप को कभी न छोड़ें.

Whatever you’re going through, keep going & never give up on yourself.

किसी व्यक्ति का अंतिम माप यह नहीं है कि वह आराम और सुविधा के क्षणों में कहां खड़ा है, बल्कि यह है कि वह चुनौती और विवाद के समय कहां खड़ा है.

The ultimate measure of a man is not where he stands in moments of comfort and convenience, but where he stands at times of challenge and controversy.

अफवाहें आपको निर्दोष लोगों को नापसंद करने पर मजबूर कर सकती हैं.

_ लोगों का मूल्यांकन इस आधार पर न करें कि दूसरे उनके बारे में क्या कह रहे हैं.

_ बुद्धिमान बनें, उन्हें स्वयं जानें, फिर अपनी राय बनाएं.

_ हो सकता है कि जो लोग आपसे बात कर रहे हों, उनसे आपको दूर रहने की ज़रूरत हो.

Rumors can make you dislike innocent people. Don’t judge people off of what others are saying about them. Be wise, get to know them for yourself, then form your own opinion. The people talking to you, may be the ones you need to stay away from.

यह विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है कि आप जो चाहते हैं वह आपके लिए है या आप इसे दूसरों की स्वीकृति के लिए चाहते हैं.

It’s important to analyze whether what you want is for yourself or if you want it for the acceptance from others.

सब कुछ वादा करने और कुछ भी न देने की तुलना में कुछ न देने का वादा करना और सब कुछ देने का प्रयास करना कहीं बेहतर है.

It is much better to promise nothing and try and give everything than promise everything and give nothing at all.

जब आप शिकायत करते हैं, तो आप स्वयं को पीड़ित बनाते हैं.

_स्थिति को छोड़ें, स्थिति को बदलें, या इसे स्वीकार करें. __बाकी सब पागलपन है.

When you complain, you make yourself a victim. Leave the situation, change the situation, or accept it. All else is madness.
यह कभी न भूलें कि जब आपको जरूरत थी तब किसने आपकी उपेक्षा की और आपके मांगने से पहले ही किसने आपकी मदद की.
Never forget who ignored you when you needed them and who helped you before you even had to ask.
लोग आते हैं और जाते हैं. _लेकिन यह ठीक है. उनके आने से आपकी कृतज्ञता बढ़े और उनका जाना आपकी ताकत बने.
People come and go. But that’s okay. Let their coming build your gratitude, and their going build your strength.
जिस क्षण आप अपने जीवन में हर चीज़ की ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हैं, उसी क्षण आप अपने जीवन में सब कुछ बदलने की शक्ति प्राप्त कर लेते हैं.
The moment you accept responsibility for everything in your life is the moment you gain the power to change everything in your life.
अगर हम किसी दीवार पर सिर मारते हैं, अपनी चोट पर रोते हैं और दीवार पर दोष निकालते हैं, तो गनीमत है हमारी बुद्धि, हमारी समझ काम नहीं कर रही ;

लेकिन असल जीवन में भी तो हम यही करते हैं, हम दीवार की जगह किसी व्यक्ति को चुन लेते हैं, उससे भीड़ जाते हैं और उसी पर दोष लगाते चले जाते हैं ;

_ तो क्या असल जीवन में हम अपनी समझ का प्रयोग कर रहे हैं ?? यह हमें तय करना है !!

“जो लोग समझदार होते हैं, वह दूसरों से उलझने के बजाय _ खुद को सुधारने में वक्त बिताते हैं.”

इतने वर्षों के अनुभवों ने जो नहीं सिखाया, वो एक हादसे ने सीखा दिया…कि

_ दूसरों पर भरोसा करने से पहले खुद पर भरोसा करना जरूरी है _ वरना लोग भरोसा के नाम पर जीने नहीं देंगे…!!!

“– आँखों से जब भरोसे का चश्मा उतरता है,_ तब समझ में आता है कि दुनिया क्या चीज है.–“

कभी-कभी आपको लोगों में अच्छाई देखना बंद करना होगा _और वह देखना शुरू करना होगा _जो वे आपको दिखाते हैं.
कुछ चीजें और यादें ऐसी होती हैं जिन्हें आप कभी खत्म नहीं कर सकते ; _आपको ऐसी दुनिया में नहीं होना चाहिए जैसे कि चीजें आपके साथ नहीं हुई थीं.

_दु:ख एक संकेत है कि आप गहराई से परवाह करते हैं और आप प्रभावित हुए थे. _ भूलने की कोशिश किए बिना महसूस करो.

सबकुछ खोने के बाद भी; पुनः सबकुछ पा लेने की जो आस है न…यही ज़िन्दगी है..

_ हार मत मानना यारों, _ वो सबकुछ मिलेगा जिसके तुम हकदार हो, _ सही दिशा में चलते रहो…!!!

चीजें जिन्हें आप होने से नहीं रोक सकते, क्योंकि वे होने के लिए बनीं हैं ;

_ लेकिन इससे दूर भागने के बजाय आप को इसे अपनाना चाहिए,

_ इसे हल करना चाहिए और इससे सीखना चाहिए..!!

जिस तरह समुद्र में लहरे शांत हो जाये यह कल्पना गलत है, _ इसकी बजाय हम अच्छी तरह से तैरना सीखें, नाव चलाना सीखें _वो जरुरी और उपयोगी है,

_ उसी प्रकार संसार के झमेले कभी ख़त्म नहीं होते, हमे अपनी कुशलता और क्षमता में वृद्धि करना चाहिए, _ ताकि हम आराम से जीवन यापन कर सकें !!!

दुनिया से अधिक आशा रखना हमारी प्रसन्नता के लिए घातक होता है ; _कभी-कभी जीवन कम समय में बहुत सी क्रूरताएँ देख लेता है.

_ फिर वो चीख-चीखकर चिल्लाना चाहता है, _और जब वह चिल्ला नहीं पाता तो _गले‌ के ठीक नीचे _सीने के बीचोंबीच एक हूक सी उठाता है, _ एक ऐसा दर्द जिसका कोई औषधि नहीं होती..!!

“- दुनिया अजीब दोगली है” लोग इस बात की चिंता तो नहीं करते कि आप कैसे रहते हैं _लेकिन उन्हें इस बात की भरपूर चिंता रहती है कि आप करते क्या हैं ?

“जिदंगी बहुत छोटी है…उसे हर सुबह दु:ख…पछतावे…खेद के साथ जागते हुए बर्बाद न करें._

_ जो लोग आपसे अच्छा व्यवहार करते हैं, उन्हें प्यार करो ओर जो नहीं करते उनके लिए दया..सहानुभूति…रखो.”

अनजाने में ही सही लेकिन जिस इंसान का आप ने भरोसा तोड़ा हो, या आप की वजह से उस की जिंदगी में कोई दिक्कत आई हो ;

_ उस इंसान से आप कभी आँख नहीं मिला पाएंगे, इसके साथ साथ आप उससे सामना भी करने में कतराएंगे..

जिस चीज से जितना दूर भागोगे.. वो उसी गति से आपके पीछे लग जाएगी,

_ उसे स्वीकार लोगे तो उसका प्रभाव आपके वर्तमान जीवन पर इतना नहीं पड़ेगा..
_ जितना कि उसको अस्वीकार करने से पड़ता है…!
सहानुभूति के होंठ जल्द ही आपके उपहास में बदल जाते हैं,

इसलिए, _ सहानुभति पाने के लिए अपनी समस्या सबको ना बताएं !!

आज रास्ता बना लिया है तो, कल मंजिल भी मिल जाएगी._

_ हौसलों से भरी यह कोशिश एक दिन जरूर रंग लाएगी.

जब ज़िन्दगी आपको दोबारा मौका दे, _

_ तो पुरानी गलतियों को दोहराने की गलती कभी मत करना…

परिस्थिति बदलना जब मुमकिन ना हो तो मन की स्थिति बदल लीजिए, _

_ सब कुछ अपने आप ही बदल जाएगा ..

दूसरों से यह उम्मीद रखना कि वे आपके अनुसार बदल जाएँ,

_ यह बात समरसता को बिगाड़ देती है.

लोग आप को तब ज्यादा पसंद करने लगते हैं, जब आप अपने खुद के विचार लोगों के सामने रखते हैं, _

_ बजाए दूसरों के विचारों पर हां करने के ..

कुछ लोगों को यह दिखावा करना पड़ता है कि आप बुरे व्यक्ति हैं ;

_ ताकि वे आपके साथ किए गए कार्यों के लिए दोषी महसूस न करें..!!

हमारे बीच अब दूरियां ही रहने दो, हमारी नजदीकियां अब पहले जैसी नहीं रहीं..!!
आपका कर्तव्य क्या है ? _खुश लोगों की वजह से यह विश्व चल रहा है _ और हम

इस विश्व का हिस्सा हैं, ” इसलिए खुश रहना हमारा कर्तव्य भी है और अधिकार भी “

जो भी करें, मन से करें, कर्म जब आनंद देने लगता है, _ तब मिलकर ही रहती है सफलता..

–” अच्छा सोचने वालों की दुनिया”…_ “दुनिया वालों की सोच से अलग होती है…-“

ये जरुरी नहीं कि पुनर्जन्म के लिए शरीर ही त्यागा जाए,

_ विचारों से परिवर्तन से भी पुनर्जन्म हो जाता है..!!

अवसरों को हाथ से जाने न दें और अपने भविष्य को आगे बढ़ाएं _

क्योंकि जब आप उन्हें लेना बंद कर देंगे तो जीवन आपको अवसर देना बंद कर देगा.

जब आप अपने जीवन के उज्ज्वल पक्ष को देखते हैं,_

_ तो आपके जीवन का अंधेरा अपने आप गायब हो जाता है..

जो छोटे कामों के पीछे बहुत ज्यादा पड़े रहते हैं, _

_ वे अकसर बड़े कामों के लिए नाकाबिल बन जाते हैं..

आजाद कर दो उन परिन्दों को, _ जो आपके साथ रहना खुद की तौहीन समझें,

_ सबको समेटने की जबरदस्ती, हमें मिटा देती है !

Confidence यह नहीं है कि लोग आपको पसंद करेंगे ही,

_ confidence यह है कि _ जब वो पसंद ना भी करें _ तब भी आप ठीक हो..

ज़िन्दगी ऐसे चार लोगों से भी नवाज़ती है क्या ?

_ जिनसे आप मन के छिपे कोनों के सुख-दुःख साझा कर सकें ?

ज़िन्दगी में एक बात सीख लो मेरे यार, किसी के लिए अगर आप जरुरी हो तो,_

_ कल भी उतने ही जरुरी होंगे, इसका भरोसा नहीं..

हम अपनी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी गलती उन लोगों को एहमियत देके करते हैँ,

_ जिनकी हमारी ज़िन्दगी में कोई एहमियत ही नहीं.

जरूरत से अधिक आत्मग्लानि भी आपको पुनः उठ खड़े होने से रोकती है…

_ इसीलिए स्वयं के साथ नरमी से पेश आएं और अपने आप को माफ़ करना सीखें…!!!

सृजन कर्ता हर परिस्थिति को झेलते हुए आगे निकल जाते हैं_ और बुजदिल_

_ दुसरो को ब्लेम करने में, खुद की सफाई देने में अपना दुर्भाग्य गा रहे होते हैं.

“– समाधान खोजने से पहले अपनी समस्या को गहराई से समझिये, तभी समाधान निकलेगा.–“

कोई दूसरा आपको चोट नहीं पहुंचा सकता, _ यह आप ही हैं

_  जो खुद को चोट पहुँचा रहे हैं और हथियार आपके अपने विचार हैं..

लोग तारीफ करें और आप खुश हो जाओ, मतलब आप का सुख दुख का स्विच लोगों के हाथ में है, _

_ कोशिश करें कि ये स्विच आप के हाथ में हो, जीवन में आगे बढ़ना है तो कभी – कभी बहरे हो जाओ !!

आप जैसे हैं, यह आपके साथ हुई घटना का परिणाम नहीं है,_

_ यह इस बात का परिणाम है कि आपने अपने अंदर क्या रखने का फैसला किया है.

आप जीवन में बहुत कुछ नहीं कर सकते यदि आप केवल उन दिनों में काम करते हैं जब आप अच्छा महसूस करते हैं.

You can’t get much done in life if you only work on the days when you feel good.

” आपको वह मिलता है जिस पर आप ध्यान केंद्रित करते हैं, _

_  इसलिए उस पर ध्यान केंद्रित करें जो आप प्राप्त करना चाहते हैं “

जिस इंसान की हर बात आप को सोचने पर मजबूर कर दे, _

_ उस इंसान के साथ कभी दुश्मनी मत करना !!

” लोग आपके बारे में बहुत सी चीजों को नकारते हैं _

_ यह आपको तय करना है कि आपके लिए क्या अच्छा है और क्या नहीं “

तुम जिस बात को समझ लेते हो, वो बात तुम्हें कभी परेशान नहीं कर सकती, _ यदि फिर भी

वो बात तुम्हें परेशान करे, तो समझ लेना कि तुम्हें समझ नहीं आई _ सिर्फ तुमने सिर हिला दिया है..

कुछ समस्याएं जो हमारे पास है, उनके बारे में सोचकर दुःखी होने से अच्छा है _

_ हम ये सोचकर खुश रहें कि बहुत ऐसी समस्याएं हैं _ जो हमारे पास नहीं है.

उन चीजों के बारे में चिंता क्यों करें जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते _

_ जब आप उन चीजों को नियंत्रित करने में खुद को व्यस्त रख सकते हैं जो आप पर निर्भर हैं ?

” कौन, किसकी मदद करता है “? आपसे कम ज्ञानी इंसान, आपसे मदद लेकर वास्तव में आपकी ही मदद करता है.

_ क्योंकि वह निम्न स्तर पर रहकर भी आपको ऊपर उठाता है.

बिना किसी स्वार्थ के न कोई बात करता है न कोई मिलना चाहता…

_ दुनिया इतनी काम्प्लेक्स हो गई है कि_ कौन भीतर से कैसा है…उसका पता लगाना भी मुश्किल है….!!!

*–रंग छोड़ते कपड़े और रंग बदलते लोग, कितना भी ब्रांडेड हों, दिल से उतर ही जाते हैं.–*

आप के अपने ही लोग आपको आगे नहीं बढ़ते देखना चाहते,

_ आप का मित्र आप से ही प्रतिस्पर्धा रखता है और आप के रिश्तेदार आप के गिरने का इंतज़ार करते हैं,

_ ये बात कोई मुहं पर नहीं बोलते, लेकिन चाहते रहते हैं कि, कहीं गलती से जीवन में ये कुछ बड़ा न कर ले !!

विश्वास करने वाले से ज्यादा बेवकूफ विश्वास तोड़ने वाला होता है,

_ क्योंकि वो सिर्फ एक छोटे से स्वार्थ के लिए एक प्यारे इंसान को खो देता है.!!

कुछ क्षणिक लोग ज़ीवन को स्थाई रूप से नरक बना कर चले जाते हैं _ और हम

_  उन बुरे अतीत से लड़ने में ही अपना वर्तमान, भविष्य सब कुछ नष्ट कर लेते हैं..

यह दुनिया है जनाब, यहां मुफ्त में मशवरे मिल जायेंगे हज़ार _

_ पर जब बात जिम्मेवारी की आएगी, _ तो कोई नही होगा तैयार ..

जो तुम्हे धोखा दे, समझना की बड़ा गरीब है, तुमसे ज्यादा गरीब है, तुमसे ज्यादा बड़ा भिखारी है, उस पर दया करना, _

_ इसलिए नहीं की तुम्हारी दया से वो बदल जायेगा _ वो बदले ना बदले लेकिन तुम बदल जाओगे.

जब कोई धोखा दे जाए तो शांत रहिएगा, क्यूँकि जिन्हें हम जवाब नहीं देते _

_ उन्हें वक़्त जवाब देता है, _ और वक़्त के फेर से कोई बच नहीं पाया है.

दूसरों की परेशानी का आनंद ना लें कहीं रब आपको वही गिफ्ट ना कर दे,

_ क्योंकि रब वही देता है जिसमें आपको आनंद मिलता है…

जिंदगी में कोई भी चीज इसलिए हासिल करने की कोशिश करें _ _ क्योंकि उससे

आपको ख़ुशी मिलेगी, इसलिए नहीं कि वो आपके दोस्त, रिश्तेदार या पड़ोसी के पास है.

उन लोगों से बचें जो आपकी आवश्यकता होने पर आपका सम्मान करते हैं और _

_ जब आपकी आवश्यकता नहीं तो आपका अनादर करते हैं..

बहुत से लोग हमें सिर्फ इसलिए छोड़ देते हैं,

_क्योंकि हम अपनी जिंदगी में बहुत अच्छा कर रहे हैं..!!

अगर आप की बहस बदतमीज इंसान से हो तो, हार मान लेनी चाहिए ; _

_ क्योंकि आपकी आवाज कितनी ही दमदार हो, आप अच्छे से भौंक नहीं सकते ..

अपनी चीज़ों से दूसरों को प्रभावित करने की कोशिश करना बंद करें

_और अपने जीवन से _उन्हें प्रेरित करने की कोशिश करना शुरू करें.

अब वो समय आ गया है _ जब आप ऐसे लोगों को इग्नोर करेंगे _

_ जैसे उन्होंने कभी आपको गंदे तरीके से इग्नोर किया था.

अपनी उत्तेजनाओं में हम उस चीज को भी जला डालते हैं,

_ जिससे हमें ख़ुशी प्राप्त होने वाली होती है.

यदि आप उदास हैं तो आप अतीत में जी रहे हैं, _

_ बीती बातों को भूलकर जीवन में आगे बढ़ें..

सच बड़ी काबिलियत से छुपाने लगे हैँ हम, _

_ हाल पूछने पर बढीया बताने लगे हैँ हम !!

जिंदगी की ठोकर बहुत निराली है, _ जब भी लगती है,

किसी की असलियत दिखा ही जाती है, या फिर कुछ ना कुछ, जरूर सिखा जाती है.

अगर देखना चाहते हो दुनिया आपके बगैर कैसी है,

_तो बस ये देख लो _ जो लोग मर गए _उनके बगैर कैसी है..

कठिन समय की सबसे अच्छी बात यह है कि _

_ आपको हर किसी के असली रंग देखने को मिलते हैं…

जरुरी नहीं कि इंसान बदला हो, क्या पता जीवन की किसी उलझन में फंसा हो _

_थोड़ा वक्त दो उसे,,!!

जिसके साथ जीवन गुज़ारना हो,

उसकी निंदा करके आप कभी भी आनंद को उपलब्ध नहीं हो सकते.

जो लोग आपको अच्छे लगते हैं,

कोशिश करें कि उनसे आपको कभी कोई काम ना पड़े..

बदल गई है रंगत जमाने की साहब,

आजकल वही अनजान बनते हैं, जो सब कुछ जानते हों..

डिप्रेशन में जाना ओवर थिंकिंग का नतीजा है, इस समय हमारा दिमाग _

_ उन प्रॉब्लम्स को क्रिएट करने लग जाता है, जिन का कोई अस्तित्व ही नहीं होता है..

अत्यधिक सोचना एक नकारात्मक कला है,

ये ऐसी समस्या को भी निर्माण करती है, _ जो वास्तविकता में नहीं है.

जिस चीज के आप हकदार नहीं थे, उसे झेलने के लिए आपको खुद से सबसे बड़ी माफी मांगनी होगी.
“बहुत सी समस्याये हैं, बहुत सी उलझने हैं लेकिन ऐसी एक भी उलझन नहीं _

_ जो मनुष्य हल करना चाहे और हल ना कर सके..

“– उचित यही है कि आती हुई समस्या का सही समय पर समाधान हो जाए वरना वह समस्या और समस्याओं को निमंत्रण देगी !–“

अगर आपका जमीर और नियत साफ है, तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता के आपको अच्छा कहे या बुरा,

आप अपनी नियत से जाने जायेंगे, दूसरे की सोच से नही..

किसी भी तरह की समस्या होने पर घबराएं नहीं _

_बल्कि बिना शांति खोए उसका समाधान करने का प्रयास करें.

” गज़ब का चमत्कार होगा,” सिर्फ कुछ दिनों के लिए,

अपने – आप को “होश” में पूरी तरह से महसूस करने की कोशिश करो..

कभी किसी को उसके बीते हुए कल से मत परखिए,

लोग सीखते हैं, बदलते हैं और आगे बढ़ते हैं..

” वजह ” ही तय करती है, कामयाबी का सफ़र..

वरना ज़िन्दगी का क्या है, आए – बैठे और रवाना हो गए…

जब परिस्तिथियां बदल जाये तो, _

_ रणनीति बदल देने में भी कोई बुराई नहीं है ..

आपको आगे बढ़ते रहने के लिए पिछली बातों को भूलते रहना होगा,

ये सोच कर कि बीता हुआ कल वापस नहीं आएगा.

बिता हुआ कल अगर वर्तमान पर नकारात्मक प्रभाव डालने लगे,

तो बीते हुए कल को ज़हर समझकर त्याग देना चाहिए.

दिखावे के लिए बड़े लोगों में बैठकर ख़ुद को जलील मत किया करो,

बस रहो अपनों में नवाबों की तरह…

लोगों की निंदा से परेशान होकर अपना रास्ता मत बदलना,

क्योंकि सफलता शर्म से नहीं साहस से मिलती है..

जो लोग बेहतर उपायों का विरोध करने लगें,

तो इसका मतलब है कि वो हमारे हितैषी नहीं हैं.

दिल तो रोज कहता हैं कि मुझे कोई सहारा चाहिए..

फिर दिमाग कहता है क्यों तुम्हे धोखा दोबारा चाहिए…

दुनिया में आधे लोगों को आप की मुसीबत सुनने में कोई रस नहीं,

और बाकी आधे लोगों का खयाल है कि आप इसी लायक हो.

कभी उस इंसान के लिए मत रोओ जो तुम्हे दुख दे, बस मुस्कुराओ और कहो,

“शुक्रिया” तुमसे से बेहतर किसी को खोजने का मौका देने के लिए..

कोई फायदा नहीं किसी के पीछे पीछे जाने का, हँसते हँसते खुद की Life Enjoy करो

और भूल जाओ उसे, जो तुम्हे भूल गया हो.

बात बनाने वाले अक्सर बात बनाया करते हैं,

जो खुद होते हैं झूठे यारों _ औरों को झूठा बताया करते हैं.

ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं है, क्योंकि लोगों की तो आदत होती है,

सामने सलाम और पीठ पीछे बदनाम करने की..

“-बदनामी का डर तो सिर्फ उसे होता है _ जिसमें नाम कमाने की हिम्मत नहीं होती !!”

आप स्वयं को तब तक स्वतंत्र नहीं कह सकते ;

जब तक आप दूसरों को प्रभावित करने के लिए खुद में बदलाव लाते रहेंगे.

खुद को खोजिए _ वर्ना तुम ऐसे लोगों के हाथ की कठपुतली बन कर रह जाओगे _ जो खुद को भी नहीं जानते !
अगर लोग आप की तारीफ़ अचानक से शुरू कर रहे हैं, तो समझ जाइए की उनको कुछ काम लेना है ..
ऐसे लोगों से अवश्य संभल कर रहें, जो आप के सामने आप के साथ हैँ, _ और आप के पीछे आप के खिलाफ..
नफरत जलन होती है, असल में जब एक इंसान दूसरे इंसान से नफरत कर रहा होता है तो__ वास्तविकता में या तो वह उसे पा नहीं पाता, या वह उसके जैसा बन नहीं पाता है..
जब बराबरी की हर कोशिश नाकाम हो जाती है, _

_ तब आप से जलने वाले नफ़रत पर उतर आते हैं ..

फिक्र मत करो उनकी, वो तुम्हारी बुराई इसलिए कर रहे हैं, _ क्योंकि वो तुम्हारी बराबरी नहीं कर सकते,,,!!

” कोई दवा नहीं है उसके रोगों की, जो जलता है तरक्की देखकर लोगों की “

करने दो जो आपकी बुराई करते हैं,__

_ ऐसी छोटी – छोटी हरकतें छोटे लोग ही करते हैं.

कान के कच्चे लोग आपकी उन गलतियों के लिए नाराज़ रहते हैं, _

_ जो आपने कभी की ही नहीं…

मुर्ख होते हैं वो लोग, जो साधारण से काम को भी जबरदस्ती जटिल बना लेते हैं,

समझदार तो वो हैं, जो बड़े बड़े काम भी सरलता से कर लेते हैं.

जिंदगी के कुछ चैप्टर ऐसे होते हैं, जिन्हें आज नहीं तो कल बंद होना ही है…

इसलिए जो चीज़ें आपके लिए हैं ही नहीं, उन्हें ज़बरदस्ती पकड़ने से कोई फायदा नहीं है.

लोग इसलिए आपको रास्ते बदलने को कहते हैं, _ क्योंकि वो नहीं चाहते कि,

जो वो नहीं हासिल कर पाए, वो लछ्य आप हासिल कर लो.

कभी कभी आप बिना कुछ किए भी दुनिया को गलत लगते हैं, बुरे बन जाते हैं,

क्योंकि आप वो नहीं करते, जैसा लोग चाहते हैं कि आप करें.

उन लोगों के बारे में सोचना बंद कर दें _ जिनके लिए आप बिलकुल भी मायने नहीं रखते,

यकीन मानिए आप हर पल खुश रहेंगे..

दूसरों से प्रशंसा के कुछ शब्दों के लिए आपको कोई काम नहीं करना चाहिए, _

_ इसे हमेशा अपनी संतुष्टि के लिए करें..

जो लोग आपसे नफरत करते हैं, उनसे कभी बहस ना करें ; वे परजीवी की तरह हैं _

_ जो आप में से सभी सकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर सकते हैं.

जब लोग बराबरी करने की स्थिति में नहीं होते तो जल कर और बुराई करके,

अपनी व्याकुलता कम करने की कोशिश करते हैँ.

जब कोई आपसे नफरत करने लग जाए, तो समझ लेना _

_ वो आपका मुकाबला नहीं कर सकता..

अगर आप किसी को बुरे लगते हैं तो उस से आप को दूर हो जाना चाहिए ;

आप की पचासों अच्छाइयां भी उस पर आप के लिए प्यार का काम नहीं कर सकती..

नफरत ही करते हैं ना लोग, _ और हमारा कर भी क्या सकते हैं..
उन्हें चिराग बुझाकर भी आजमाओ कभी, जो रोशनी में चमकते दिखते हैँ.
जो लोग दूसरों को निचा दिखाने में उलझे रहते हैं,

वो कभी ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच पाते हैं..

अब इतनी ज्यादा समझ आ गयी है कि…

ना तो किसी के साथ बहस करने का मन करता है और ना ही ” समझाने का “

इश्क, वफाई, बेवफाई, रूसवाई पर अगर बात हो तो यहाँ कदरदान बहुत हैं,

_ लेकिन जब भी कुछ बातें इन सबसे हटकर हो तो लोग यहाँ अंजान बहुत हैं !!

जैसे जैसे आयु बढ़ती है ; आपको ये आभास होने लगता है कि आपने

व्यर्थ ही उन लोगों को महत्व दिया, जिनका आपके जीवन में कोई योगदान था ही नहीं.

नही मन करता अब किसी से बहस करने का, _ जो है जैसा है बस ठीक है..
मुझे हमेशा ख़ुशी होती है _जब मैं लोगों को अपनी इच्छानुसार जीवन जीने के लिए ईमानदारी से प्रयास करते हुए देखता हूँ.

_ जब मैं देखता हूं कि वे दुनिया को दोष नहीं दे रहे हैं और चुपचाप पूरे दिल से खुद को बदलने की कोशिश कर रहे हैं.
कुछ बातों से अनजान रहना ही अच्छा है, _ कभी- कभी

_ सभी कुछ जान लेना भी बहुत तकलीफ देता है…

खुद का ख्याल रखना सीख लो, नहीं तो जब कोई धोखा देगा,

_ तो कुछ करने लायक नहीं बचोगे.

बहुत कुछ है कहने को _ पर ना जाने क्यों _

_ अब कुछ ना कहना ही बेहतर होगा..

जितने दुख आपकाे मिल रहे हैं…

उसमें से निन्यानबे प्रतिशत आपके आविष्कार हैं.

बढ़ती उम्र आपको यह अवश्य बताएगी की _ कुछ लोगों को खो देना

_ वास्तव में _ बहुत कुछ पा लेने जैसा था.

यह वास्तव में मायने नहीं रखता कि पहले आप कौन थे,

_मायने यह रखता है कि अब आप कौन बन रहे हैं..!!

ह्रदय से अच्छे लोग बुद्धिमान होने के बाद भी धोखा खा जाते हैं, _

_ क्योंकि ये लोग दूसरों को भी,,,,, ह्रदय से अच्छे होने का विश्वास कर बैठते हैं ..

प्रायः शांत व्यक्ति विवाद से बचना चाहते हैं, इसलिए निर्णय भी नहीं लेना चाहते हैं,

_ जबकि वे सबसे अच्छा निर्णय ले सकते हैं..

जीवन में हम अपना काफी समय उनके लिए नष्ट कर देते हैं,

जिन्हें हमारी चिन्ता नहीं होती.

” कुछ लोगों के लिए आप महत्वपूर्ण नहीं हैं “

इस बात को स्वीकारिये और जीवन में आगे बढ़ते रहिए..

लोगों और परिस्थितियों से परेशान न हों,

क्योंकि आपकी प्रतिक्रिया के बिना दोनों ही शक्तिहीन हैं.

जब तक आप बुरे समय का अनुभव नहीं करते,

तब तक आप अपने जीवन के गौरवशाली दिनों को संजो नहीं सकते हैं.

ज़िन्दगी को खुली किताब ना बनाओ क्योंकि..

लोगों को पढ़ने में नहीं पन्ने फाड़ने में ज्यादा मजा आता है.

सफर में कहीं तो दगा खा गए हम..

जहां से चले थे फिर वहीँ आ गए हम…

पहचान बड़े लोगों से नहीं,

#समय पर #साथ देने वालों से होनी चाहिए !!

जरूरी नही गुनाहों की सज़ा में ही दर्द मिले,

कुछ ज्यादा अच्छाइयों के सिला भी दर्द में मिल जाया करता हैं.

उजालो में मिल ही जायेगा.. कोई ना कोई,

तलाश उसकी रखो, जो अन्धेरों में भी साथ दे..!!

कुछ लोगों से चाहे, कितनी ही बार मिल लीजिए, _

_ कितनी ही बातें कर लीजिए, कम ही लगती हैं !!

बताकर कुछ न कुछ कमियाँ निगाहों से गिराता है.

ज़माना नेक नीयत पर भी अब उंगली उठाता है….

कुछ बनना ही है तो समंदर बनो,

लोगों के पसीने छूट जायें, तुम्हारी औकात नापते- नापते..

छीनता हो जब तुम्हारा हक़ कोई उस वक़्त तो _

_ आंख से आंसू नहीं शोला निकलना चाहिए.

जितना दिखाते हो, उससे अधिक आपके पास होना चाहिए,

जितना जानते हो, उससे कम आपको बोलना चाहिए.

” शख़्सियत अच्छी होगी _ तभी लोग उस में बुराइयाँ खोजेंगे,

वरना बुरे की तरफ़ _ देखता ही कौन है “

आपकी बदनामी का धुंआ, वहीँ से उठता है ;

जहाँ आपके नाम से आग लग जाती है..

जिसे गुण की पहचान नहीं है, उसकी प्रशंसा से डरो ;

और जो गुण का जानकार है, उसके मौन से डरो..

निकले हैं वह लोग मेरी शख्सियत बिगाड़ने,

किरदार जिनके खुद के मरम्मत मांग रहे है.

वो ख़ुश हैं तुम्हारे बिना तो उन्हें ख़ुश रहने दो, _

_ तुम याद करोगे उन्हें, उन्हें इस भ्र्म में रहने दो ..

ख़ुद को दर्द दे कर भी _ तुमने बोलो क्या पाया !

जो भी देखता है, _ वो तुमको ही सुनाता है !!

एक गलती रोज़ कर रहे हैं हम,

जो मिल नहीं सकता, _ उसी पे मर रहे हैं हम !!

बिना फल वाले सूखे पेड़ पर_ कभी कोई पत्थर नहीं फैंकता.

पत्थर तो लोग उसी पेड़ पर मारते हैं _ जो फलों से लदा लदा होता है..

पेड़ों जैसी जिंदगी गुजर रही है,

फल भी खाते हैं लोग, हमसे तोड़ कर, और पत्थर भी मार देते हैं..

कभी उस चीज़ को मत छोड़ो,_ जो आप वास्तव मेँ चाहते हैं _

_ प्रतीछा करना कठिन है, लेकिन पछतावा करना अधिक कठिन है.

मनुष्य की आदत है जो सहज प्राप्त होता है उसकी कीमत नहीं समझता, _

_ जब जरा दूर हो जाए तब उसकी कीमत समझ में आती है.

” कोई भी चीज जब होती है तब उसकी कीमत पता नहीं चलती, _

_ खो जाने के बाद ढूंढते हैं, जो फिर कीमत देने पर भी नहीं मिलती “

यदि आप पर मुसीबत आती नहीं है, तो उस से सावधान रहें, _

_ लेकिन यदि मुसीबत आ जाती है तो, किसी भी तरह उस से छुटकारा पाएं..

सुख के लम्हों तक पहुंचते पहुंचते हम उन लोगों से जुदा हो जाते हैं ;_

_ जिनके साथ हमनें दुख झेल कर सुख का स्वप्न देखा था !!

सौम्य बातचीत, pleasing fragrance [मनभावन सुगंध], धुला हुआ चेहरा, व्यवस्थित बाल, acceptable standard के साफ कपड़े और चेहरे पर मासूमियत भरी प्यारी सी मुस्कान all – time hit होते हैं, _

_ निजी जीवन मे यही व्यवहार रखिए, __ पक्का सफल होंगे, _ कोई काम आपके मुताबिक न भी हो तब भी अपना प्यारा व्यवहार न बदलें ..

एक व्यक्ति जो दूसरों के साथ दया और ईमानदारी से व्यवहार करता है, और अपने अच्छे गुणों को अपने व्यवहार के माध्यम से दिखाता है,

_ वह लाभ की प्रतीक्षा नहीं करता है या जो वह प्रदान करता है उसके बदले में, वह अपने मानवीय गुणों की सच्चाई में दृढ़ है जिसे वह संजोता है.

दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है कि _ अगर हम किसी एक ही नजरिए का दामन थामे रहेंगे,

_ तो आगे नहीं बढ़ सकते..

आप को क्यों लगता है कि ..हर कोई आप को अच्छा ही समझे ?

_ हर कोई आप की बात का सही मतलब ही निकाले ?

_ ये दुनिया जितनी बड़ी है, उतनी ही लोगों की सोचने-समझने की छमता भी अलग-अलग है.

_ आप मत पड़ो इस फेरे में कि कोई आप को क्या समझ रहा है,

_ जैसे हो वैसे ही ठीक हो आप..!!

वे हर चीज़ से असंतुष्ट हैं.

_ लेकिन वे चाहते सब कुछ हैं और घर बैठे..
_ कुछ पाने के लिए बहुत प्रयास करने पड़ते हैं.
_ लोगों से काम निकलवाने के लिए उनके काम भी आना पड़ता है..
_ पर यह वह नहीं कर सकते.
_ दूसरों के काम के वक़्त वे बिजी हो जाते हैं.
_ किसी को कुछ देना हो तो वे निर्धन बन जाते हैं.
_ औरों के सुख-दुःख में शरीक नहीं होंगे तो ..आपके काम कौन आएगा !
_ फिर रोयेंगे हाय !
_ ध्यान रखो कि यह दुनिया अन्योन्याश्रित [interdependent] है.
_ आप दूसरों के काम आओ ..दूसरे आपके काम आयेंगे.
_ कुछ नहीं करोगे तो ..आपकी संतान भी आपके काम नहीं आएगी..!!
अच्छे दिन के आने कि आस में ना जाने हम कितने अच्छे दिनों को गंवा बैठे हैं,

_ क्या आपने कभी महसूस किया है कि हम कभी कभी बेफिजूल के दुखी रहते हैं ?

” गुणवत्ता की कसौटी बनें ” कुछ लोंग ऐसे वातावरण के

_ अभ्यस्त नहीं होते जहां उत्कृष्टता अपेक्षित होती है ..

अव्यवस्था एक ऐसा हथियार है, _जिसका इस्तेमाल _हम खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए करते हैं.

Clutter is a weapon we use to harm ourselves.

आप अलग तरह से चमकते हैं _ जब आपका आत्मविश्वास दूसरों से मान्यता के बजाय _ खुद पर विश्वास से भर जाता है.

You glow differently when your confidence is fuelled by belief in yourself instead of validation from others.

छह महीने की निरंतरता, व्यायाम, ध्यान, स्वस्थ भोजन करना और नए कौशल सीखना,

_ आपको मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से पूरी तरह से अलग जगह पर ले जाएगा..

Six months of consistency, exercising, meditating, eating healthily, and learning new skills, will take you to a completely different place mentally, physically and financially.

कई ऐसी आदतें हैं जो मुझे बहुत पहले छोड़ देनी चाहिए थी, पर कहते हैं ना जब तक ठोकर नहीं मिलती इंसान नहीं बदलता.

अब जब ज़िन्दगी समझ आ रही है तो ऐसी बहुत सी रोज़ की आदतें हैं जो मैंने पीछे छोड़ दी हैं.
1. ऊंची आवाज़ में बात करना।
2. बिना पूंछे अपने सुझाव देना।
3. पूरी बात सुने बिना ही जवाब देना।
4. जरूरत से ज्यादा मुंह चलाना
5. हर किसी से अपना दुख रोना।
6. बहाने बनाना।
7. अपने अफसोस।
8. दिखावा।
9. बस अपने आप को सच साबित करना।
10. बिना किसी ज्ञान के अपने आपको ज्ञानी बताना।
11. झूठा घमंड।
12. डर ( किसी जानवर से हो, या इंटरव्यू में जाने से, झूठ पकड़े जाना हो)
13. झूठ बोलना।
ये सारी आदतें पढ़ने में लगेगा, है क्या, इनको छोड़ना कौन सी बड़ी बात है, मुझे भी ऐसा ही लगा था , पर जब मैंने इन सारी आदतों को छोड़ने की कोशिश शुरू की , तब समझ में आया कि इन सारी आदतों ने मेरा बहुत कुछ सही होते हुए भी गलत करवाया है,
ये सारी आदतें छोड़ने की कोशिश करिए, आपको खुद में बदलाव समझ में आने लगेगा। भरोसा करिए। और आदतों को बदलना तभी आसान होगा जब आप खुद उन्हें बदलना चाहेंगे, वरना आदत नहीं छूटेगी आप कुछ भी कर लें।
एक बहुत बड़ी गंदी आदत है जो छोड़ना है, इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन “आलस”। आज का काम कल पर टालना। पूरी कोशिश कर रहा हूं, इसे सुधारने की.

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected