सुविचार 4630

जो कर्म को छोड़ कर भागेगा, उसकी कर्म की ऊर्जा व्यर्थ के कामों में सक्रिय हो जाती है.

सुविचार 4629

हम ही अपने रोज़मर्रा के विचारों से – अपनी इच्छाओं, अपने आकर्षण – विकर्षण और अपनी पसंद- नापसंदगी से अपनी नियति का निर्माण करते हैं.
दरअसल, हमारी पसंदीदा चीज़ें ही हमारी हद और सीमाओं को बयान करती हैं,

_ वे हमें बताती हैं कि हमने अब तक उससे बेहतर कुछ देखा ही नहीं, कभी जिया ही नहीं, और शायद महसूस भी नहीं किया…!

मस्त विचार 4504

खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है,

रो कर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है,

हार तो ज़िंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त,

क्यूँकि हार कर जीत जाने का मज़ा ही कुछ और है.

Collection of Thought 1085

Each day is an opportunity to be a good person and pursue what you love…

प्रत्येक दिन एक अच्छा इंसान बनने और अपनी पसंद के काम करने का एक अवसर है.

सुविचार 4628

बात उसी से करो जो आपसे बात करना चाहे,

यूं किसी के पीछे पड़ कर खुद को जलील करवाना अच्छी बात नहीं.

मस्त विचार 4502

मैं लोगों से बहुत दूरियां बनाकर रखता हूँ,

क्योंकि पहले बहुत पास आते हैं बाद में बहुत दर्द देकर जाते हैं.

सुविचार 4626

जब इंसान का बुरा वक्त आता है, तो उसमें उसको अच्छे लोग याद आते हैं,

लेकिन उस वक्त उनको वो खो चुका होता है.

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