जिंदगी में इतने बुरे लोग मिले कि _ अब तो अच्छे भी बुरे लगने लगे हैं..
सुविचार 3705
किसी छेत्र में सफलता पाना हमारी स्वयं की ज़िम्मेदारी होती है,
_ ख़ुद के प्रति अपनी इस ज़िम्मेदारी में सजग एवं जागरूक रहें.
_ यह आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप उन व्यवहारों को सीखें जो एक व्यक्ति के रूप में आपके विकास में बाधक हैं.
_ कोई आपको बचाने नहीं आ रहा.
_उठो, अपने हीरो खुद बनो.
it is your responsibility to unlearn behaviors that hinder your growth as a person.
Nobody is coming to save you.
Get up.
Be your own hero.
सुविचार 3704
जिसको इज्ज़त देने वाला रब हो, _ उसको कोई भी ज़लील नहीं कर सकता..
जिसको इज्ज़त देने वाला रब हो, _ उसको कोई भी ज़लील नहीं कर सकता..
मस्त विचार 3579
नफरत करने वाले आपसे नफरत नहीं करते, वे खुद से नफरत करते हैं.
_ क्योंकि आप उसका प्रतिबिंब हैं कि वे क्या बनना चाहते हैं.
Haters don’t hate you, they hate themselves. Because you’re a reflection of what they wish to be.
जब आप सब कुछ छोड़ देते हैं तो हर कोई आपसे प्यार करता है, _ लेकिन जैसे ही आप अपनी चीजों को माँगना शुरू करते हैं, _ आप सबसे ज्यादा नफरत करने वाले बन जाते हैं.
हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो, _ नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे..
सुविचार 3703
एक दिन शिकायत आपको वक़्त और ज़माने से नहीं, खुद से होगी
_ कि ज़िन्दगी सामने थी और आप दुनिया में उलझे रहे..!
मस्त विचार 3578
तेरे दुख तेरे ही रहेंगे, _ फिर चाहे तू इसको सुना या उसको सुना.
सुविचार 3702
बुद्धिमान तर्क से, साधारण मस्तिष्क अनुभव से, मूर्ख आवश्यकता से और जानवर सहजवृत्ति से शिछा प्राप्त करते हैं.
बुद्धिमान तर्क से, साधारण मस्तिष्क अनुभव से, मूर्ख आवश्यकता से और जानवर सहजवृत्ति से शिछा प्राप्त करते हैं.
मस्त विचार 3577
“अगर आप अपने-आप को कम करके आंक रहे हैं, _ यकीनन आप होश में नहीं हैं,”
मस्त विचार 3576
सुख के लम्हें तक पहुँचते-पहुँचते हम उन सब लोगों से जुदा हो जाते हैं,
_ जिनके साथ हमने दुख झेल कर सुख का स्वप्न देखा था.
गुजर जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूँ ही…मुसाफिरों की तरह…
_यादें वहीं खड़ी रह जाती हैं…रुके रास्तों की तरह..!!
सुविचार 3701
हंसने का मतलब ये नहीं कि हम जीवन की गंभीरता को नहीं समझते,
_ इसका मतलब है कि हम जीवन की व्यर्थता को समझ चुके हैं.