मस्त विचार 3519
लहजा समझ आ जाता है, मुझे हर किसी का
_ बस उन्हें शर्मिंदा करना मेरे मिज़ाज में नहीं..
लोगों के फ़क़त लहज़े ही रसीले होते हैं,, लोग अंदर से जहरीले ही होते हैं.!!
_ बस उन्हें शर्मिंदा करना मेरे मिज़ाज में नहीं..
” आपका समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और का जीवन जीने में बर्बाद न करें “
_ सपनों को हकीकत बनने में ज्यादा समय नहीं लगेगा.
_ हर कोई डूबती हुई कश्ती से उतर ही जाता है..
इसीलिए अपने लहजे की हिफ़ाज़त करिए.. वर्ना आप अपनों को खो सकते हैं.
_ वहां हम भी हमेशा के लिए परिवर्तित हो जाते हैं.
_ शब्द तो आजकल तहलका मचा देते हैं…
और जो स्वीकारा न जा सके ; उससे दूर हो जाओ ; लेकिन स्वयं को खुश रखो..