सुविचार 4552
बिना आसक्ति के प्रेम करना सीखें, क्योंकि यही आसक्ति हमें तकलीफ़ देती है, न कि प्रेम
यदि आप हमेशा सहज रहते हैं, तो आप कभी आगे नहीं बढ़ेंगे..
वह आपके पीछे भी यही राय रखते हों.
यही प्रकृति का नियम है.
बाद में वही हमें छोड़ देते हैं…!!!
जो बोया है वो निकलना तय है.
जैसे-जैसे हम पुराने होते हैं… हम भुला दिए जाते हैं..!!!
_ हमें एक “जीवन” दिया गया है, इसे “अच्छा” या “बुरा” बनाना हमारे ऊपर है.
जो लोग झूठ में रहने के आदि हो चुके हों…