Collection of Thought 889
“The mind is everything. What you think, you become.
” मन ही सब कुछ है। आप जो सोचते हैं, वही बन जाते हैं “
” मन ही सब कुछ है। आप जो सोचते हैं, वही बन जाते हैं “
“खर्च करने के बाद जो बचता है उसे बचाओ मत; बचत करने के बाद जो बचता है उसे खर्च करो”
_ अपनी ग़लती मानें और सॉरी कहना भी सीखें.
जरुरी तो नहीं हम जिनके हैं वो हमारा हो,
कुछ कश्तियाँ डूब भी जाया करती हैं,
जरुरी तो नहीं हर कश्ती का किनारा हो..