मस्त विचार 4136
उल्फत बदल गई, कभी नियत बदल गई,
खुदगर्ज जब हुए, तो फिर सीरत बदल गई..!!
खुदगर्ज जब हुए, तो फिर सीरत बदल गई..!!
_ मतलबी दुनिया से ये गली अच्छी है.
जहाँ आपके नाम से आग लग जाती है..
तेरे बारे में बात सिर्फ़ खुदा से होती है.!!
दरवाजे खुल रहे हैं, _ इंतजार सजा नहीं तैयारी थी..
_ दुनिया की पंचायती से दूर होकर अपने लछ्य पर ध्यान दीजिए..
_ ये काम करने से मेरे जीवन में क्या बदलाव आएगा,
_ क्या यह काम मेरे लछ्य को हासिल करने में मददगार साबित हो सकता है.!!
_ सवाल है कि सलीके से कौन चलता है..!!
इन्हीं के कारण आई है लोगों में गिरावट..