सुविचार 4426
इस संसार में कोई संकट जितना ही गहन होता है, उस पर विजय प्राप्त करने के बाद उससे प्राप्त होने वाला गौरव भी उतना ही विशाल होता है.
ये तो तुमारी नज़रो का जाम है, कही मिलता नहीं..।।”
_ परेशान वो हैं जो…दूसरों का मूल्यांकन करते हैं…!!
भय, लालच, क्रोध, कड़वाहट, जैसे नकारात्मक भाव प्रसन्नता का भाव कम कर देते हैं.!!
ग़िला भी कर सके उससे अब इतना भी हक़ ना रहा।”
रोज रात सोने से पहले एक बार सोचना चाहिए.
सुबह ज़रूर आएगी तो सुबह का इंतज़ार कर..
पास अगर हो तो ,,,,,,अहसास कहाँ होता है !!
प्रगति करने के लिए आज कल साधन सम्पदा बहुत हैं लेकिन लोगों में धैर्य नहीं है !
कुछ तो बाक़ी रह गया है तेरे मेरे दरमिया..