मस्त विचार 4223
लाख तेरे चाहने वाले होंगे मगर, तुझे महसूस सिर्फ मैंने किया है..
मंज़िलों की फितरत है खुद चलकर नहीं आतीं..
दूसरों को कहने से बेहतर अब चुप रहना है.
_आज नहीं तो कल उसको दुगुना मिलता है, और इसका भुगतान व्यक्ति को आगे के समय में करना पड़ सकता है…!
घमण्ड है तो किस बात का, हम सब यहां किराएदार हैं…
जैसे ही आप उस शक्ति का अनुभव करते हैं जिसे आपको आकर्षित करना है, आप बहुत बड़ी चीजें बनाने के लिए आगे बढ़ेंगे.
अरे वक्त लगता है बीज को फसल बनने में !
जी भर के खुद को बरबाद किया हमने”
लेकिन हारने के बाद जो गले लगाए सिर्फ वही अपना होता है.