सुविचार 4321
दुःख भोगने से सुख के मूल्य का ज्ञान होता है.
_ फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि पहले थपकी देकर सिखाती थी और अब थप्पड़ मार कर सिखाती है..!!
_ ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है.!!
_ पर शायद जो भी इंसान को आसानी से मिल जाता है.. वो उसकी कभी कदर नहीं करता.!!
जब आप किसी ऐसे मुकाम पर पहुंच जाते हैं, जहां आपको किसी को प्रभावित करने की जरूरत नहीं होती, तो आपकी आजादी शुरू हो जाएगी.
और साथ तुम …….सिर्फ तुम
_ अगर आप यह कला सीख गए तो आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता.
_ काम न होने पर मजाक का पात्र भी आप ही बनते हैं.!!