सुविचार 4300
खुद को कभी कमजोर मत होने दीजिए, क्योंकि डूबते सूरज को देख कर लोग घरों के दरवाजे बंद करने लगते हैं..
कभी भी किसी को अपने जीवन में अपने लिए जगह बनाने के लिए मजबूर न करें, क्योंकि अगर वे आपकी कीमत जानते हैं, तो वे निश्चित रूप से आपके लिए एक जगह बनाएंगे.
कल जो जिएंगे, वो उम्मीद होगी…!!
_ न हवाओ ने बख्शा, न टहनियों ने पनाह दी..
_ वरना पेड़ को संभालने में कोई दिक्कत नहीं थी.!!
_ कौन जानता है, खैर !!…
फिर भी फ़ासला कई पन्नों का था..
रचना इसकी सुंदर अति सुंदर यह सौरव !”
खबर पक्की है दौलत साथ नहीं जायेगी.