जीवन हमें जो ताश के पत्ते देता हैं, उन्हे हर खिलाड़ी को स्वीकार करना पड़ता हैं, लेकिन जब पत्ते हाथ में आ जावे तो खिलाड़ी को यह तय करना होता हैं कि वह उन पत्तों को किस तरह खेलें, ताकि वह बाजी जीत सके.
” हमें पढ़ने दो, और हमें नाचने दो “, ये दोनों मनोरंजन दुनिया को कभी नुकसान नहीं पहुंचाएंगे.