बुद्धि का अर्जन हम तीन तरीकों से कर सकते हैं. प्रथम- चिंतन से, जो कि उत्तम है. द्वितीय- दूसरों से सीखकर, जो सबसे आसान है. और तृतीय- अनुभव से, जो सबसे कठिन है.
यह बात मायने नहीं रखती कि आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुके नहीं.
सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है और बिना ऐसी तैयारी के असफलता भी निश्चित है.
महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिर कर उठ जाने में है.
मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ.
मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ.
मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ.
प्रेम की शक्ति, हिंसा की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है.