_तन साबुन -पानी से धुल जाता है..
_मैं इस खोज में हूं कि दिमाग में भरा कचरा कैसे साफ होगा ?
_ जो आपके मानसिक स्वास्थ के लिए अच्छे हों !!
_ उनका अच्छा होना ही बड़ा होना है..!!
_ वे निश्चित ही आज की परिस्थिति में एक विशेष मानसिकता [special mindset] के होते हैं.
_ बल्कि कुछ चीज में अच्छा बनना जरूरी है _ जिसमें आपको कोई हरा नहीं सकता..!!
- जो लोग सामने वाले की बात ध्यान से सुनते हैं और खुद कम बोलते हैं, _ ऐसे लोगों में दूसरों के मन को पढ़ने की छमता बहुत ज्यादा होती है.
- कम बोलने वाले लोग अधिक समझदार होते हैं, क्योंकि वो तब ही बोलते हैं, जब उन्हें जरुरत होती है.
- कम बोलने वाले लोग किसी से उलझते नहीं हैं बल्कि किनारे से निकलना पसंद करते हैं.
- कम बोलने वाले लोग ज्यादा किसी के मुंह नहीं लगते, इसी कारण इनकी Self Respect मेंटेन रहती है.
- कम बोलने वाले लोग फ्रेंडली होते हैं, क्योंकि वह दिल के बहुत अच्छे होते हैं.
- कम बोलने वाले लोग अकेले रहना पसंद करते हैं क्योंकि इनके Personality में Positive Attitude होता है.
- कम बोलने वाले लोग बहुत ट्रस्टेबल होते हैं, क्योंकि किसी के सामने _ आपकी बातों को बयां नहीं करते.
- कम बोलने वाले लोगों में ज्यादा सफल होने की क्वालिटी पाई जाती है, _ क्योंकि ये हवाबाजी नहीं करते.
- यह लोग अपने ज्यादातर कामों को सीक्रेट तरीके से करते हैं _ और काम पूरा हो जाने पर ही किसी को बताते हैं.
- कम बोलने वाले लोग बहुत इंटेलीजेंट होते हैं, _ क्योंकि वह अपनी बातों को एक ही बार में कह देते हैं.
- कम बोलने वाले लोग _ उन चीज़ों को ‘नहीं’ कहने पर अड़े रहते हैं ; _जो उनके मिशन से मेल नहीं खातीं.!!
- कम बोलने वाले लोग _ सिर्फ पसंदीदा लोगों के सामने _ ज्यादा बोलते हैं !!!
अगर सफल लोगों की दिनचर्या पर ध्यान देंगे तो आप देखेंगे कि ये लोग कितना भी व्यस्त क्यों न हों, लेकिन हमेशा एनर्जेटिक और मोटिवेटेड होते हैं. दरअसल, ये अपने समय का सही उपयोग करना जानते हैं. सफल लोगों के लछ्य स्पष्ट होते हैं और वे अपने आराम के समय भी कुछ प्रोडक्टिव काम करते हैं. सफल व्यक्ति हर छण को उपयोगी बनाना जानते हैं. ऐसे लोग फ्री टाइम में मेडिटेशन, एक्सरसाइज, फैमिली के साथ समय बिताना, हॉबी को टाइम देना आदि वे सारे काम करते हैं, जिससे उन्हें मानसिक खुशी मिले और जब वे काम पर लौटें तो ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करें.
जानते हैं ऐसी ही आदतें :—————–>
समझते हैं एक्सरसाइज के लाभ :—————- सफल लोगों की दिनचर्या में एक बात कॉमन होती हैं, वह है नियमित एक्सरसाइज करना. इसमें कोई शक नहीं कि एक्सरसाइज से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं. लछ्य को अर्जित करने के लिए प्रतिबद्ध लोग एक्सरसाइज को मोटिवेशल बूस्टर की तरह देखते हैं. इससे जीवन के हर छेत्र में आगे बढ़ने के लिए ऊर्जा मिलती है. एक्टिविटीज तनाव दूर करने के साथ एनर्जी लेवल को बूस्ट करने का काम भी करती है. इस तरह एक्सरसाइज करने वाले लोग पूरा दिन स्वयं को लछयों पर फोकस्ड रख पाते हैं.
हर पल को एंजोय करना जानते हैं : ————
सफल लोग अपने काम से वास्तविक रूप से ब्रेक लेना जानते हैं. ऐसे लोग आराम के समय कहीं आउटिंग पर जाना पसंद करते हैं. इससे न केवल मेंटल हेल्थ को फायदा मिलता है, बल्कि प्रोडक्टिविटी एवं ओवरऑल पर्सनेलिटी डेवलपमेंट भी होता है. यदि आप यह सोचते हैं कि वेकेशंस पर जाना समय खराब करना है, तो यह गलत है, बल्कि जब आप छोटे ब्रेक के बाद फिर से काम पर लौटेंगे तो स्वयं को ज्यादा प्रोडक्टिव एवं एनर्जेटिक महसूस करेंगे. साथ ही तनावमुक्त भी रहेंगे.
मानसिक हेल्थ पर देते हैं ध्यान :——————-
मेंटली स्ट्रॉन्ग होने के लिए सफल लोग मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा अवश्य बनाते हैं. _माइंडफुल मेडिटेशन दिमाग को क्लियर करने के साथ नए- नए विचारों की आवाजाही भी बढ़ाता है और मेमोरी पॉवर बढ़ती है. इससे फोकस बढ़ता है और तनाव कम होता है. _इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि सफल लोग अपने आराम के समय को मेडिटेशन का फायदा उठाने में खर्च करते हैं. _उनका मानना है कि क्रिएटिविटी बढ़ाने के लिए मेडिटेशन बेस्ट है. इस तरह सोचने की छमता भी बढ़ती है.
पढ़ने की आदत :————–
नियमित पढ़ने के कई सारे फायदे हैं. आप न्यूज़ पेपर, मैगजीन, नॉन फिक्शन बुक्स या फिक्शन बुक्स आदि पढ़ सकते हैं. पढ़ने से आपका शब्द भंडार बढ़ेगा. साथ ही मेमोरी एवं रिंटेशन भी बूस्ट होगा. पढ़ने की आदत से बिज़नेस और कॅरियर के लिए नए विचारों के निर्माण में भी मदद मिलेगी.
सीखने की चाह :————-
सफल लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते कि सामने वाले व्यक्ति क्या सोचेगा. वे हर समय कुछ न कुछ नया सीखने के लिए लालायित रहते हैं.
भले ही आप अपनी इंडस्ट्री में मास्टर हों, लेकिन तकनीक एवं नए बदलाव लाने के लिए सीखने की आदत को विकसित करना बहुत जरुरी है.
सफल होने के लिए आपका मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरुरी है, तभी आप सभी चुनौतियों का सामना आराम से कर सकते हैं. मानसिक रूप से मजबूत लोग कभी उन चीजों के बारे में परेशान और चिन्तित नहीं होते जो उनके पास नहीं है. ऐसे लोग अपनी विफलता को स्वीकार करते हैं और इससे उन्होंने जो सीखा, उसके लिए शुक्रगुजार होते हैं.
आपको कभी न कभी जिंदगी में मुश्किलों का सामना करना ही पड़ता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता आप क्या करते हैं और आप कौन हैं. जिंदगी में आपको किसी न किसी मोड़ पर रुकावटों और कठिनाइयों से उबरना ही पड़ता है. यह चुनौतियाँ आपको भले ही दुर्गम लग सकती हैं, लेकिन ऐसा क्या है जो सफल लोगों को या कम से कम जो सफलता की राह पर चल रहे हैं, उन्हें अलग करता है.
वह चीज उनकी काबलियत नहीं बल्कि उनका विश्वास और गिरकर फिर उठने की जिद है. कुछ लोग इसे उनका स्वभाव कहते हैं, लेकिन आमतौर पर इसे मानसिक मजबूती कहा जाता है. ऐसे लोग काबिल होने के साथ ही मानसिक तौर पर बहुत मजबूत भी होते हैं. देखा जाए तो काबिलियत को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है, लेकिन असल में जिंदगी में सफल वही लोग होते हैं जो मानसिक तौर पर मजबूत होते हैं, जो गिरकर दोबारा उठने की हिम्मत करते हैं, अगर आप भी वाकई सफल होना चाहते हैं तो आपको भी दिमागी रूप से खुद को मजबूत बनाना होगा.
आइए जानते हैं, मानसिक रूप से मजबूत लोगों की कुछ आदतों के बारे में :—–
बीते हुए कल से सीखते हैं :—
कोई भी शख्स ऐसा नहीं होता जिससे कभी कोई गलती न हुई हो. कहते हैं कि गलतियां करके ही आप सीखते हैं और सीखकर ही आगे बढ़ते हैं. अगर आप मानसिक रूप से मजबूत होना चाहते हैं तो आपको भी अपनी गलतियों से सीखना चाहिए. आपको बीते हुए कल पर ही नहीं अड़े रहना चाहिए और न ही उसके बारे में सोच- सोचकर अपना आज और आने वाला कल खराब करना चाहिए. इसके इतर आपको बीते हुए कल में की गई अपनी गलती से सीख लेनी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि आपसे दोबारा ऐसी गलती न हो.
इमोशनली इंटेलीजेंट होते हैं :——————
सफल लोग इमोशनली इंटेलीजेंट होते हैं. इसका मतलब यह है कि उनमें अपनी और दूसरों की भावनाओं को पहचानने और उन्हें संभालने की छमता होती है. उनकी यह प्रतिभा भी उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाती है. अगर आप भी इमोशनली इंटेलीजेंट बनना चाहते हैं तो आपको अपने अंदर कुछ खास गुण लाने होंगे, जैसे परफेक्शनिस्ट न बनना, वर्क- लाइफ बैलेंस बनाना, आसानी से ध्यान नहीं भटकने देना, अपनी कमियां और ताकत जानना, अपने लिए कठिन सीमाएं तय करना आदि. इन गुणों से आप खुद को इमोशनली इंटेलीजेंट बना सकते हैं या यह जान सकते हैं कि आप इमोशनली इंटेलीजेंट हैं या नहीं. मानसिक मजबूती के लिए यह गुण होना जरुरी हैं.
कभी शिकायत नहीं करते :——————
अधिकतर लोग आसपास की चीजों या लोगों की आलोचनाओं में लगे रहते हैं. वह ऐसा इसलिए करते हैं, ताकि उन्हें अच्छा लगे, लेकिन वास्तविकता में ऐसा करने से वह और ज्यादा निराश महसूस करते हैं. अगर आप मानसिक मजबूती चाहते हैं तो आपको चीजों को लेकर शिकायत नहीं करनी चाहिए. इसके बजाए चीजों को बेहतर बनाने की तरफ ध्यान देना चाहिए. शिकायत करने के बजाए समाधान खोजना चाहिए. ये लोग जिंदगी को हमेशा सकारात्मक नजरिए से देखते हैं और नकारात्मकता को खुद पर कभी हावी नहीं होने देते.
फ्लेक्सिबल होते हैं :——————
जो लोग मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, वह अपनी समस्याओं के लिए अलग- अलग समाधान निकाल लेते हैं.
_ साथ ही वह अपनी समस्याओं को अलग और नए तरीके से देखते हैं, जिससे वह उनके लिए हल ढूंढ पाते हैं.
_ वह किसी एक तरह के समाधान पर अड़ते नहीं हैं. वह फ्लेक्सिबल तरीके से काम करने में यकीन रखते हैं और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालते हैं. इससे वह निश्चित रूप से सफल होते हैं.
_ ये लोग खुद को समय के साथ अपडेट करते हैं, जबकि बाकि लोग हालात के साथ समझौता करते हैं !!
बोरियत से निपटते हैं :————
महान लोगों को अलग करने वाली विशेषताओं में से एक यह है कि वे बोरियत का आनंद लेते हैं ; _ जब वे मूड में नहीं होते हैं या कुछ और करना चाहते हैं तब भी वे दृढ़ रहने को तैयार रहते हैं ; _
सफलता के लिए सबसे बड़ा खतरा बोरियत है, असफलता नहीं.
—– हम अलग-अलग हिस्सों से बने हैं, कुछ अच्छे, कुछ बुरे, और एक स्वस्थ दिमाग इस दुविधा को सहन कर सकता है और एक ही समय में अच्छे और बुरे दोनों को जोड़ सकता है,
_मानसिक बीमारी वास्तव में इस प्रकार के एकीकरण की कमी के बारे में है – हम स्वयं के अस्वीकार्य हिस्सों से संपर्क खो देते हैं. – Alex Michaelides
We are made up of different parts, some good, some bad, and a healthy mind can tolerate this ambivalence and juggle both good and bad at the same time. Mental illness is precisely about a lack of this kind of integration – we end up losing contact with the unacceptable parts of ourselves. -Alex Michaelides
हजारों कठिनाइयाँ भी हैं और जटिलताएं भी हैं
लेकिन सारा खेल केवल ” नजरिए ” का है
कि हम कैसे अपनी समस्याओं को देखते हैं, कितनी जल्दी उसमे सुधार के लिए कोशिश करते हैं
और जीवन को सही दिशा में ले जाने के लिए कितनी ताकत झोकते हैं
ये सब नजरिया ही तो है, नजरिया को नजर भी नही लगती
बस अपनी खुशियों की नुमाईश हर जगह करनी नही चाहिए..
1 – वो लोग दूसरों से कोई उम्मीद नहीं रखते —
अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने किसी काम के लिये दूसरों पर उम्मीद लगाये रखते हैं तो आप दुखी रहेंगे,
अगर आप सच में खुश रहना चाहते हैं तो आज से ही दूसरों से सभी उम्मीदें करना बंद कर दो !
2 – वो लोग वही काम करते हैं जो उन्हें पसंद है ! —
आज अधिकांश लोग वह काम करते हैं जो दूसरे लोग उनसे करवाते हैं या करने के लिए बोलते हैं, इसलिए वह हमेशा दुखी रहते हैं ;
जो दूसरों के हिसाब से अपनी जिंदगी जीते हैं, वो कुछ समय के लिये तो खुश रह सकते हैं, लेकिन वो अपनी लाइफ से कभी संतुष्ट नहीं रह सकते !
अपनी रुचियों और प्रवृत्तियों को ध्यान में रखना सुनिश्चित करें ; _ आपके लिए क्या आसान है जो दूसरों के लिए कठिन है ?
सफल होना बहुत आसान हो जाता है जब आप कुछ ऐसा कर रहे होते हैं जिसे आप पसंद करते हैं और आनंद लेते हैं.
3 – वो लोग कभी भी नकारात्मक नहीं सोचते —
खुश रहने वाले लोग हमेशा हर Situation में Positive रहते हैं, वो किसी भी परिस्थिति में कभी भी बुरा नहीं सोचते, ना खुद के लिए ना दूसरों के लिए ;
आप जैसा सोचते हो, आपकी जिंदगी भी _ उसी रूप से ही ढलती है !
आप जितना समझदार होंगे, आप उतना ही कम बोलेंगे ..
_ मात्र अज्ञानी ही खुद को महान दिखाने में लगे रहते हैं !!
_ आप को उस से व्यवहारिक तौर पर संपर्क निरस्त कर देने चाहियें !!
_ जब दिमाग स्थिर होता है तो परिस्थितियां आसान बन जाती हैं !!
वास्तव में जो भी समस्याएं जीवन में सृजित होती हैं, उस समस्याओं से कहीं अधिक बुद्धि होती है, यह एक उपहार है..!!
जिंदगी की सबसे बड़ी चीज है अपने दिमाग को जवान रखना ; कोई उम्र का बढ़ना नहीं रोक सकता, पर अपनी उत्पादकता बढ़ाते हुए उम्रदराज होना कुछ और ही है. _ हम अपनी नासमझी के कारण रोज – रोज मरते हैं.
“*- जीवन में सिर्फ़ ऐसे लोगों को चुनों जो आपके मानसिक स्वास्थ के लिए अच्छे हों !!”
जैसे – जैसे आप बड़े होते जाते हैं, आप महसूस करते हैं कि आपका आहार केवल वही नहीं है जो आप खाते हैं, _ बल्कि यह है कि आप क्या देखते हैं, क्या पढ़ते हैं, आप किसका अनुसरण करते हैं और किसके साथ अपना समय बिताते हैं.
इसलिए यदि आपका लक्ष्य स्वस्थ दिमाग रखना है, तो आपको अपने आहार से सभी जंक को हटाकर शुरुआत करनी होगी.
*”दिमाग से मत हारना _फिर ना कोई घटना तोड़ सकेगी ना मौत मार सकेगी..”
Removing yourself from shit that continuously triggers your mental health and hurts your heart is top tier self-care.
आप और आपका मानसिक स्वास्थ्य आपके करियर, अधिक पैसा व अन्य लोगों की राय से अधिक महत्वपूर्ण हैं, आपका आत्म-प्रेम हमेशा दूसरों से प्यार करने की आपकी इच्छा से अधिक मजबूत होना चाहिए.
You and your mental health are more important than your career, more money, and other people’s opinions.
Your self- love must always be stronger than your desire to be loved by others.
” जीवन का उद्देश्य समृद्धि नहीं है जैसा कि हमें विश्वास दिलाया गया है, बल्कि आत्म – देखभाल है “
The aim of life is not prosperity as we have been led to believe, but self-care.”
Do not give much importance to any grief, worry and fear, that it destroys your strength.
_ समय को ऐसे बनाएं जैसे आपका जीवन उस पर निर्भर करता है, क्योंकि यह करता है.
Your mental health is everything- prioritize it. Make the time like your life depends on it, because it does.
IF YOU CAN THINK POSITIVE IN NEGATIVE SITUATION, YOU WIN.
“Those who are wise won’t be busy, and those who are too busy can’t be wise.” ― Lin Yutang
Switch your mental from i’m broken and helpless to I’m growing and healing and watch how fast your life changes.
Open minded people don’t care to be right, they care to understand. There’s never a right or wrong answer. Everything is about understanding.
A wise person cannot sleep unless he uncovers the answers to his questions.
“A wise man fills his brain before emptying his mouth.”
The honor paid to a wise man is a great good for those who honor him.
1) बुद्धिमान लोग अकेले रहना पसंद करते है _वे बेवजह दूसरों के साथ रहना पसंद नहीं करते है _और ये बहुत ही कम दोस्त बनाते है _लेकिन जो भी इनके दोस्त होते है _उनका ये जीवन भर साथ देते है _ये लोग अंदर से काफी दयालू होते है.
बुद्धिमान लोगों के औसत व्यक्ति की तुलना में कम दोस्त होते हैं, आप जितने अधिक बुद्धिमान होंगे आप उतने ही अधिक चयनात्मक [ selective ] बनेंगे.
2) बुद्धिमान लोग कम बातें करते है _वे घर वालों से भी कम बातें करते है _क्योंकि उनका दिमाग हर वक़्त किसी ना किसी चीज पर चल रहा होता है _जिसकी वजह ‘से वे सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही बोलते है !
3) बुद्धिमान लोग नए दोस्त बनाने _या किसी भी काम को सोच समझ कर करते है _किसी दूसरे की सुन कर काम नहीं करते _बल्कि खुद अच्छी तरह से ‘समझ लेने के बाद ही किसी काम की शुरुआत करते है !
4) बुद्धिमान व्यक्ति खुद से अधिक बातें करते है और बहुत अधिक सोचते है. ऐसे लोग भीड़ वाली जगह और लड़ाई झगड़े से दूर रहना पसंद करते है. _और फालतू में किसी से बहस करके अपनी एनेर्जी वेस्ट नहीं करते !
5) बुद्धिमान लोग खराब से खराब situation में भी पॉज़िटिव रहते है. वे कभी समस्या के बारे में नहीं सोचते बल्कि समस्या को दूर ‘करने के बारे में सोचते है.
_बुद्धिमान व्यक्ति के आगे आप चुगली करेंगे तो _उनका जवाब ये होगा की _रहने दो उनकी लाइफ है _उन्हें अपने हिसाब से जीने दो !
“आलोचक इधर-उधर घूमते रहते हैं और दूसरों की गलतियाँ होने का इंतज़ार करते हैं. _लेकिन दुनिया के असली कर्ता-धर्ताओं के पास दूसरों की आलोचना करने का समय नहीं है. _वे गलतियाँ करने, सुधार करने, प्रगति करने में बहुत व्यस्त हैं.”
–बुद्धिमान इंसान की एक बहुत बड़ी विशेषता यह होती है, कि वो कभी भी किसी से नाराज़ नहीं रह सकता, _बल्कि प्राप्त अनुभव से सतर्क जरूर हो जाता है.!!
6) हर बुद्धिमान को शुरुआत में ये लगता है कि _ मैं सबका भला चाहता हूँ _ लेकिन मुझे कोई नहीं समझता. _ ऐसा इसलिए होता है _ क्योंकि बुद्धिमान व्यक्ति _ये सोचता है कि _दुनिया की सोच भी उसकी तरह बन जाये. _ लेकिन लोगों की छोटी सोच की वजह से _शुरुआत में सभी लोग बुद्धिमान व्यक्ति को गलत समझते है.
7) बुद्धिमान व्यक्ति बहुत ज्यादा इमोशनल होते है ये छोटी छोटी चीज़ो को गहराई से फील करते है. _ऐसे लोग किसी नए व्यक्ति पर आसानी से यकीन भी नहीं करते _लेकिन 1 बार किसी पर यकीन कर लेते है तो _वो यकीन लंबे समय तक बना रहता है !
8) बुद्धिमान लोग अपने काम मे Improvement करते रहते है _क्योंकि ये अपने काम को हमेशा बेहतर से बेहतर तरीके से करने की कोशिश करते है _और हमेशा दूसरों से सीखते रहते है.
_ बुद्धिमान लोग निरंतरता को इतना महत्व इस कारण देते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि निरंतरता ऐसा महान गुण है, जो उनमें कौशल की कमी की भरपाई की कमी कर सकता है…
_यह खुद को बचाने की भी कोशिश करता है.
_एक सुरक्षात्मक दिमाग हमेशा प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में सोचता है.
_अगर हमें कुछ हासिल करना है तो हमें प्रतिस्पर्धी बनना होगा.
_और हम सभी कुछ न कुछ हासिल करना चाहते हैं और इसके लिए हमें प्रतिस्पर्धी होना होगा.
— प्रतिस्पर्धा हमारे अंदर ईर्ष्या और हिंसा की भावना पैदा करती है.
_और हम इतने आत्मकेंद्रित हो जाते हैं कि प्रकृति का प्रवाह हम तक नहीं पहुंच पाता.
— शुद्ध मन को कुछ नहीं चाहिए.
_यह भविष्य की तलाश नहीं करता.
_यह कभी किसी के खिलाफ नहीं है.
_यह किसी के पक्ष में नहीं है.
_यह न्याय नहीं करता और यह कहीं जाना नहीं चाहता.
— एक शुद्ध हृदय हमेशा यहाँ रहता है और पूरी तरह से खुला होता है.
_यह कोई सुरक्षा नहीं मांगता.
_यह जो कुछ भी आता है उसके प्रति ख़ुशी से असुरक्षित रहता है.
_यदि जीवन आता है तो उसे पूरी तरह से जीता है..
_और यदि कोई कठिन परिस्थिति आती है तो _उसे पूरी तरह से स्वीकार करता है.
The mindset successful people
- अपने उद्देश्यों को परिभाषित करें Define your objectives
2. आत्म जागरूकता Self-awareness
3. हम किस प्रकार का जीवन जीना चाहते हैं, इसके बारे में एक दृष्टिकोण रखना
Having a vision about what kind of life we want to live.
4. अपनी रुचियों को खोजना और उसमें स्वयं को उच्चतम स्तर तक शिक्षित करना
Finding ones interests and educating oneself in that to the highest level.
5. समझ के साथ बदलाव के लिए अनुशासन और लचीलेपन का संतुलन होना
Having a balance of discipline and flexibility to change with the understanding.
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