सुविचार – जॉब [ Joining Others business ], नौकरी, Job, कार्यभार, कोई काम जिसके लिये तनख्वाह मिलती हो. – 105 | Mar 21, 2014 | सुविचार | 0 comments घर कहीं, जॉब कहीं, अपने कहीं, सपने कहीं !! जॉब करने वालों के घर कहीं, अपने कहीं और सपने कहीं.. _ बस इंसान इसी में उलझने सुलझने में अपनी ज़िन्दगी गुजार देता है..!! अधिकांश लोगों को वह माहौल पसंद नहीं आता _जिसमें वे काम करते हैं, _फिर भी वे अपने परिवार के बारे में सोचकर जॉब नहीं छोड़ पाते.!! “ज़िंदगी बसर करने के लिए कोई जॉब या कोई काम मायने नहीं रखता, _ जब तक कि वो मन का न हो … उसमें संतुष्टि भाव न हो या उससे खुशी न मिले !;” जिंदगी एक ही मिली है.. हमें विस्तार क्यों नहीं करना चाहिए..? _ मेरा एक ही फंडा है, _ अगर जीवन जीना है तो पसंद का काम करो.. जो आपको खुशी देता है, _ और अगर गुजारनी है तो.. अनेकों काम हैं दुनियां में..!! _ “तो जियो ना एक ही जिंदगी है” अजीब कश्मकश है ” कोई नौ से पांच की जॉब के लिए परेशान है, _ तो कोई नौ से पांच की जॉब से परेशान है !! *बढ़िया पैकेज की जॉब के अलावा भी जीवन में बहुत कुछ है, जिसे किया जा सकता है और करते हुए शान से जिया जा सकता है* जब काम करना ही है तो उसमें बेचारगी का रोना क्यों ?…. क्यों ना खुशी-खुशी किया जाए.. _ खुशी से काम करने से काम के साथ-साथ खुद के साथ भी न्याय होता है.!! Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ