पैसों को सही ढंग से बचत करना कंजूसी नहीं, बल्कि समझदारी कहलाता है.
कंजूस गरीबों की तरह रह कर धनी बनता है..
_ और खर्चीला आदमी धनियों की तरह खर्च कर के गरीब बनता है.!!
पुराने जमाने में पैसों की बचत करने वालों को कंजूस कहा जाता था,
लेकिन आज पैसों की बचत करने वाले बहुत थोड़े लोग ही हैं,
जिन्हें देख कर बाकी लोग आश्चर्य करते हैं कि ये कैसे पैसे बचा लेते हैं.