_ और मैं उन लोगों को धन्यवाद देता हूं, जो मेरी जिंदगी से दूर हो गये.. और इसे और भी शानदार बना दिया..”
_ उन्होंने इक काम कर दिया मेरा, जीना आसान कर दिया मेरा..
_ “”अपने जीवन के बारे में ऐसा निर्णय लेने के लिए कभी भी बुरा न मानें, जो दूसरे लोगों को परेशान करता हो.
_ आप उनकी खुशी के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, आप अपनी खुशी के लिए खुद जिम्मेदार हैं.
_ जो कोई भी चाहता है कि.. आप उनकी खुशी के लिए दुख में जिएं, तो वैसे लोग भी आपके जीवन में नहीं होने चाहिए.”
_ “अपने आप को इतना सम्मान दें कि.. आप ऐसे किसी भी व्यक्ति से दूर रहे.. जो आपकी कीमत नहीं देखता.!!”
_ “हर उस व्यक्ति से दूर हो जाओ.. जो आपको यह महसूस कराता है कि.. आप अच्छे नहीं हैं.”
_ “अच्छे लोगों का मिलते रहना जरूरी है…और कुछ लोगों का जीवन से जाते रहना ‘सुख’ है.”
_ जो चीज़ ज़िन्दगी के खिलाफ़ जाती हो.. उसको बोलेंगे टॉक्सिक, ज़हरीली, विषैली वग़ैरा-वग़ैरा.!!!
To the people who make my life beautiful, the people behind my smile, I wish you all the best and I send you lots of love.
जो आया है उसके लिए आभारी हूं और जो कुछ बचा है उसके लिए आभारी हूं ; _ जो जाना था वह मेरा नहीं था.
Grateful for all that has come and grateful for all that has left.Whatever had to go was not mine.
_ लेकिन यह आपके दिल के लिए अच्छा है, जब ज़रूरत हो तो दर्द सहें; आपको ज़िन्दगी में अपना हिस्सा मिल जाएगा.
_ वो सिखाते हैं कि अपनी सीमाएं कैसे तय करनी हैं, किस पर कितना भरोसा करना है और सबसे ज़रूरी — खुद को कैसे संभालना है.
_ अब जब पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो नफरत नहीं होती, बस एक मुस्कान आती है.
_ क्योंकि उनके जाने से ही मैं आज इतना मजबूत बन पाया.
_ अब मैं हर किसी को इतनी जल्दी अपनी ज़िंदगी में जगह नहीं देता.
_ अब मैं उन लोगों को ज़्यादा क़दर करता हूँ, जो वक़्त बदलने पर भी मेरा साथ नहीं छोड़ते._ क्योंकि जो रुका रहा, उसी ने सच्चे होने की मिसाल दी.
_ जो गया, वो मेरी सबसे बड़ी सीख बन गया.
_ “उनका जाना मेरा अंत नहीं था, वो मेरी नई शुरुआत थी.
_ उन्होंने तोड़कर मुझे सिखा दिया कि अब मैं खुद को कभी किसी के लिए खोने नहीं दूँगा.”
_ मैंने लोगों को सुझाव या सुधार देना या उनसे नैतिक रूप से अच्छा इंसान बनने के लिए कहना बंद कर दिया है.
_ मुझे लगता है कि लोगों के मूल्यों को जगाना बेकार है जब वे मेरे जैसे किसी व्यक्ति के विपरीत सैकड़ों लोगों से घिरे हों.!!
_ अगर मैं रिश्ता नहीं तोड़ सकता.. तो दूरी बनाए रखना मेरे कण्ट्रोल में है, और ये मेरा हक़ भी है.
_ ‘मैंने अब ऐसा करना शुरू कर दिया है.’_ अब अगर मेरा बदला हुआ रवैया आपको अखर रहा है तो.. अपने गिरेबान में झांकिए..!!
_ वे आपको पसंद करें या ना करें, उनके टॉपिक में आपका जिकर होना, आपकी शक्तिशाली छवि को दर्शाता है.!!
_ जिस इंसान को आप की कद्र ही नहीं, आप उस के लिए अपनी ऊर्जा, अपनी सोच क्यों खर्च कर रहे हैं,
_ अपना ध्यान अपने ऊपर लगाइए, क्योंकि अंत में आप ही ऐसे इंसान होंगे जो आप के लिए खड़े होंगे.. दूसरा कोई नहीं..!!
_ ख़ुद को मज़बूत रखें !! लोगों पर विश्वास करें…, मगर आँख बंद करके नहीं..
_ दुनिया में अधिकतर लोग आपको सिर्फ उपयोग करना जानते हैं, सहयोग नहीं.!!
_ इसलिए उन लोगों को जरुर महत्व दें, जो आपको महत्व देते हैं.
_ ऐसा संबंध जहां सामने वाला हमारे आत्मसम्मान को लगातार कम करने की कोशिश करता है, नीचा दिखाता है, कंट्रोल करने की कोशिश करता है, तनाव पैदा करता है, नकारात्मक महसूस कराता है,
_ तो हमें समझ जाना चाहिए.. हम टॉक्सिक रिलेशनशिप के जाल में फंस चुके.
_ टॉक्सिक इंसान को अपनी ज़िन्दगी में साथ रखते हैं तो वो उसका नहीं हमारा ख़ुद का नुकसान है,
_ ऐसा इंसान ये मान बैठता है कि रिश्ता निभाने वाला उसके फरेब में आकर रिश्ता निभा रहा है तो उसे आईना दिखाना ज़रूरी है.
_ उसे बताइए कि आपकी असलियत जानते हैं, लेकिन हमारा क़िरदार है दगा नहीं करना.
_ ज़्यादातर इंसान हमारे साथ धोखा इसलिए करते हैं, क्योंकि हम उन्हें ये बताते नहीं कि हम तुम्हारा फ़रेब जानते हैं.
_ ऐसे टॉक्सिक लोगों को अपनी ज़िंदगी में ऐसे रखें कि उनका रवैया हमें ज़हरीला न बनाए.
_ हां कुछ रिश्तों से इंसान मुंह नहीं मोड़ सकता है, कुछ रिश्तों की मजबूरी तो कुछ इंसान जज़्बाती तौर पर भी कमज़ोर होता है..
_ तब भी फ़रेबी इंसान को उसका फरेब ज़रूर दिखाएं.!!
_ समझ नहीं आता लोग अपने आस पास इतना टॉक्सिक एनवायरनमेंट लगातार क्यूँ झेलते हैं, अलग होना क्यूँ नहीं चुनते..
_ ऐसे लोगों से दूर ही रहना भला होता है, आपको संबंध तोड़ने आने चाहिए.
_ रिश्ते कितने भी खास क्यूँ न हों.. लेकिन अगर सामान्य बात बर्ताव सही नहीं है, किसी गलत चीज कि अधिकता है.
_ तमाम बात चीत के बाद भी मामला नहीं सुलझता.. तो अलग होना चुनना चाहिए.
_ कैसे भी करके आप एक बार अलग हो जाएँ, यकीन मानिए आपकी जिंदगी दोबारा से शुरू हो जाती है.
_ शुरू के कुछ दिन कठिन लग सकते हैं, लेकिन जीवन फिर से चल पड़ता है.
_ जहां आपको रोज खिट पिट करनी पड़े, ऐसे मित्र सम्बन्धों या निजी सम्बन्धों से अलगाव कर लेना ज्यादा बेहतर साबित होगा.
_ अपने से जुड़े लोगों द्वारा किए जा रहे लोगों के गलत कामों को ignore न करिए, जल्दी से जल्दी उनसे अलग होना चुनिये.
_ आपसी संबंध समाप्त करना एक साधारण प्रक्रिया होना चाहिए.
_ लोगों से संबंध विच्छेद किए जाने स्वीकार्य होने चाहिए.
_ दो मनुष्यों मे न बने तो उनको अलगाव चुनना चाहिए._ अपने आस के मित्रों, सगे संबंधियों, बॉयफ्रेंड/गर्लफ्रेंड अथवा पति/पत्नी टाइप के रिश्तों मे भी यदि एक पक्ष जाना चाहता है.. कृपया उसे जाने दें.
_ सहजता से जाने देना सीखिये, सहजता से दूरी बनाना सीखिये.
_ किसी से अलग होना सीखिये, किसी से दूर होना सीखिये.
_ किसी से बिना लड़े झगड़े संबंध विच्छेद करना सीखिये, क्यूंकी आप नहीं जानते कब दूसरा पक्ष आपसे छुटकारा पाने के लिए क्या कर बैठे..
_ और यदि कोई आपसे संबंध विच्छेद चाहता है.. उस स्थिति को भी स्वीकार करिए, लड़िए झगड़ने नहीं.
_ जो लोग जाना चाहते हैं.. उनको जाने दीजिये.
_ जीवन से लोगों के जाने देने को सहज बनाइये, तमाम समस्याएँ सुलझ जाएंगी..!!
_ ना कभी कसकर थामते, ना पूरी तरह छोड़ते हैं, ऐसे लोग बस खेल खेलते हैं.
_ जब आप थक हार कर उनसे दूरी बना लोगे, वो फिर से पास बुलाएँगे —ताकि फिर से तोड़ सकें आपको.
_ उनके पास कमी नहीं चाहने वालों की, आप नहीं तो और सही —हर किसी को रखते हैं एक जैसी जगह.
_ उनका प्यार नहीं होता, सिर्फ एक फ़ैंटेसी होती है, जहाँ वो राजा होते हैं और हम सब मोहरे.
_ आप जब टूटते हो उनकी बेरुखी से, वो तब भी वही रहते हैं — निर्मम, निर्विकार, अपने ही धुन में.
_ जो हर किसी को संतुलन में रखना चाहते हैं, वो कभी किसी के नहीं होते —ना दिल से, ना वक़्त से.
_ ऐसे लोग नहीं जानते प्यार क्या होता है —वो सिर्फ़ भावनाओं से खेलते हैं, और अपना खालीपन भरते हैं.. दूसरों के भरोसे और प्यार को तोड़कर.!!