सुविचार 4386
हीरा परखने वाले से, पीड़ा परखने वाला ज्यादा महत्वपूर्ण होता है.
उन चीजों के बारे में चिंता क्यों करें जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते _ जब आप उन चीजों को नियंत्रित करने में खुद को व्यस्त रख सकते हैं जो आप पर निर्भर हैं ?
तो “दुआएं भी” मुसीबत” के “पल” बदल सकती है..!!
और अपने आंसुओं को बाहर आने देना चाहिए.
अब दिल को खामोश रहना अच्छा लगता है.
गर “वक्त” के “कांटों” की “इज्ज़त” करना सीख लो…।।