सुविचार 4235
लकीर के फकीर मत बनो बनना है तो शिक्षित बनो.
वैसे ही इंसान अपने कर्म से नहीं बल्कि अपनी छोटी सोच और गलत व्यवहार से हारता है..
की वो आपके सपने खत्म कर दे,
एक लाख एक यानी भेड़- चाल में चलने वाले और
लाखों में एक यानी जिगरबाज़, जो अपना रास्ता खुद चुन लेते हैं..
We can’t always change what’s happening around us, but we can change what happens within us.
गति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण दिशा है…
मै ऐसे रास्तों से गुजरता चला गया !
प्यार भरी बातें करके फिर हमें दोस्त कहा उसने..