मस्त विचार 3669

*” निखरती है मुसीबतों से ही शख्सियत यारों !!*

_ *जो चट्टान से ही ना उलझे वो झरना किस काम का !!*

मत कोस जिंदगी को, ये मुसीबतों में खलती है..

_ ये जिंदगी है यार, हौसलों से चलती है..!!

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected