मस्त विचार 582

चमकदमक और तेज रफ्तार किसी को मंजिल तक पहुंचा दे ऐसा जरुरी नहीं. क्योंकि कई बार ऊपरी चमकदमक में आँखें इस तरह चौंधिया जाती हैं कि असलियत सामने ही नहीं आ पाती.

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