सुविचार 1047 | Feb 1, 2016 | सुविचार | 0 comments आप जैसेजैसे विकास की ओर बढ़ते हैं वैसेवैसे अपने मन के आलस को भगा कर तेजस्वी, उत्साही व सक्रिय होते जाते हैं. विकासशील व्यक्ति सदैव उद्यमी व उत्साही रहता है, स्वार्थहीनता उसे ऊर्जा देती रहती है. उस का मन शांत व बुद्धि प्रखर होती जाती है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ