गन्ने में जहाँ गाँठ होती है,वहॉं रस नहीं होता
जहाँ रस होता है, वहाँ गाँठ नहीं होती
बस जीवन भी ऐसा ही है
यदि मन में किसी के लिये नफरत की गाँठ होगी तो
हमारा जीवन भी बिना रस का बन जायेगा…..
और जीवन का रस बनाये रखना हो
तो नफरत की गाँठ को निकालना ही होगा…..