आख़िर जीवन इतना कठिन क्यों है ?
_ क्योंकि जीवन हमें हर पल सिखाने के लिए बना है, सुख देने के लिए नहीं..
_ हर कठिनाई में एक गुप्त पाठ छिपा होता है — जो हमें भीतर से और सच्चा, और गहरा बनाता है.
_ कठिनाई तब तक कठिन लगती है, जब तक हम उसे बाहरी दृष्टि से देखते हैं.
_ पर जब भीतर से देखने लगते हैं — वही दर्द बोध बन जाता है, वही संघर्ष साधना बन जाता है.
“जीवन कठिन नहीं, वह हर पल हमें सिखाता है.”