यह सृष्टि बाहर से त्रुटियों से भरी दिखाई देती है, पर भीतर से सम्पूर्ण है.
सम्पूर्णता छिपकर रहती है, अपूर्णता प्रदर्शन करती है
– इसी तरह ज्ञानी सतह पर नहीं रहते, गहराई में जाते हैं.
सम्पूर्णता छिपकर रहती है, अपूर्णता प्रदर्शन करती है
– इसी तरह ज्ञानी सतह पर नहीं रहते, गहराई में जाते हैं.