सुविचार 338 | Oct 26, 2014 | सुविचार | 0 comments दुनिया पूरी तरह से तटस्थहै. इस में कांटे हैं, इस में गुलाब के फूल हैं, इस में रातें हैं, इस में दिन भी हैं, दुनिया पूरी तरह से तटस्थहै, संतुलित – इस में सब कुछ है. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ