सुविचार 3574

आत्मसम्मान, आत्मज्ञान और आत्मसंयम ही व्यक्ति को शक्तिशाली बना सकते हैं.

लोग आपका सम्मान इस आधार पर करेंगे कि _ आप अपने आप का सम्मान कैसे करते हैं..!!
अपना काम करवाने के लिए किसी के आगे गिड़गिड़ करने से अधिक महत्वपूर्ण आत्मसम्मान है.

_ काम आज और अभी नहीं भी पूरा हुआ _उससे हम मर नहीं जाएंगे..
_ गिड़गिड़ा कर काम हो भी गया तो उससे क्या होगा..
_ पूरी जिंदगी उस के ताने सुनते रहना.
_ ये आत्म गौरव सम्मान की छति कभी पूरी नहीं हो सकेगी…
_ इसलिए… कुछ भी करो _ लेकिन खुद को बिकाऊ बनाकर नहीं..
आजकल हम आत्मसम्मान के नाम पर अहंकार बढ़ाते जा रहे हैं,
_ आसान से कठिन होते जा रहे हैं,
_भावनाओं को छुपाते हुए अपनों को खोते जा रहे हैं,
_ कष्ट उठाते जा रहे हैं पर रो नहीं सकते,
_ व्यक्तित्व दिखाते हुए घमंडी होते जा रहे हैं,
_स्मार्ट होते हुए अश्लील होते जा रहे हैं,
_धीरे-धीरे असली व्यक्ति होने से पीछे हट रहे हैं..!!

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