सुविचार 3953

तुलना के खेल में मत उलझो, क्योंकि इस खेल का कहीं कोई अंत नहीं…!

_जहाँ तुलना की शुरुआत होती है, वहीँ से आनंद और अपनापन खत्म होता है …..!

प्रत्येक दिन की शुरुआत ऐसे करें ; _जैसे कि यह एक नए जीवन की शुरुआत हो.!!

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