तुलना के खेल में मत उलझो, क्योंकि इस खेल का कहीं कोई अंत नहीं…!
_जहाँ तुलना की शुरुआत होती है, वहीँ से आनंद और अपनापन खत्म होता है …..!
प्रत्येक दिन की शुरुआत ऐसे करें ; _जैसे कि यह एक नए जीवन की शुरुआत हो.!!
_जहाँ तुलना की शुरुआत होती है, वहीँ से आनंद और अपनापन खत्म होता है …..!