*हज़ार जवाबों से,* *अच्छी है ख़ामोशी साहेब..*
*ना जाने कितने सवालों की,* *आबरू तो रखती है…*
नए सफर में ख़ामोशी को चुना है मैंने ;
_ क्योंकि बिना गलती के भी बहुत कुछ सुना है मैंने..!!
*ना जाने कितने सवालों की,* *आबरू तो रखती है…*
_ क्योंकि बिना गलती के भी बहुत कुछ सुना है मैंने..!!