सुविचार 859 | Jul 10, 2015 | सुविचार | 0 comments जीवन छोटा है, समय अति अल्प है. जीवन का कर्मछेत्र बड़ा है और कर्तव्य- कर्म बहुत करने बाकी हैं. अतः समय की पूंजी को सोच- समझ कर प्रयोग करना चाहिए. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ