सुविचार – “उत्साह – उमंग – जोश – जुनून – 094

9138835322_19763783ec

“उत्साह,”

परिभाषा के अनुसार, “उत्साह, उत्सुकता, ऊर्जा और रुचि” का अर्थ है.
जीवन के लिए उत्साह का अर्थ है जोश के साथ जीना, अपने आसपास की दुनिया में रुचि लेना, रोमांच की तलाश करना और उत्साह की भावना के साथ जीना.जैसे,
” भूख का भोजन से क्या संबंध है, उत्साह का संबंध जीवन से है
“जीवन के लिए उत्साह और जुनून सबसे सरल सुखों से आते हैं.
जब कोई इंसान अधूरे मन और उत्साह के बिना कोई काम करता है,
_ तो सरल काम भी बहुत मुश्किल हो जाता है..!!
करने का जुनून हो तो कुछ भी हो जायेगा,
_ बैठे बैठे बातें तो कोई भी बना लेता है..!!
अपने सपनों को उत्साह, साहस, अनुशासन और आशावादी तथा सकारात्मक सोच के साथ स्वीकार करते हुए व अहं और भय का परित्याग कर, यह विश्वास करें कि यदि श्रद्धा हमारे जीवन की नीवं है तो प्रगति हमारे हाथों में है.
जो बातें एक समय हमारे भीतर उमंग भर देती थीं, वही समय के साथ बचकानी प्रतीत होने लगती हैं,

_ जिन भावनाओं में कभी डूबकर हम रोया करते थे, उन्हें आज देखकर मुस्कान आ जाती है, शायद खुद की ही नादानी पर..
_ शारीरिक रूप से बढ़ना प्रकृति का नियम है, लेकिन मानसिक रूप से परिपक्व होना अनुभवों का परिणाम..
_ और जब बचपन के उत्साह को विवेक की दृष्टि से देखने लगो..
_ समझो तुमने सच में बड़ा होना शुरू कर दिया है…!

Submit a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected