मस्त विचार 1458

मैं लोगों से मुलाकातों का लम्हा याद रखता हूँ,

_ बातें भूल भी जाऊँ पर लहजा याद रखता हूँ..!!

लफ्ज़ भुलाए जा सकते हैं, लहजा घर कर जाता है..!!

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