सच्ची प्रतिभा का व्यक्ति चालाक नही होता, जो प्रतिभाहीन है, जिनमे कोई प्रतिभा नही, वही चालाक होगा, चालबाज़ होगा.
_ चालबाजी इस बात का परिचायक है कि इसमें प्रतिभा का अभाव है.
_ प्रतिभा जितनी ज़्यादा होगी, उतना ही वो सरल होगा, साफ सुथरा होगा.
_ प्रतिभाहीन, प्रतिभा की प्रतिपूर्ति चालबाजी से करने की कोशिश करता है.!!
वास्तव में, उदाहरण के लिए, अमीर, अच्छे परिवार का, अच्छा दिखने वाला, काफी बुद्धिमान, और यहाँ तक कि अच्छे स्वभाव वाला होने से ज्यादा कष्टप्रद कुछ भी नहीं है,
__ अगर उसमें कोई भी कोई प्रतिभा नहीं है, कोई ख़ासियत भी नहीं है, न ही अपना स्वयं का एक विचार, सिर्फ ठीक “अन्य लोगों की तरह” होना.!!