भेजते रहिए अपनेपन के रंग एक दूसरे तक….
_ मुलाक़ात चाहे जब हो..अपनेपन का अहसास तो रोज महसूस होता रहे..!!
कितनी अनोखी है यह दुनिया _ जिसमें एक छोटी सी मुलाक़ात _एक इंसान को दूसरे इंसान से जोड़ देती है !! “जुड़ना बहुआयामी होता है”
_ मुलाक़ात चाहे जब हो..अपनेपन का अहसास तो रोज महसूस होता रहे..!!