सुविचार 3589 | Oct 16, 2022 | सुविचार | 0 comments हम चाहें तो केवल अपने लिए कोई दीप जला सकते हैं, लेकिन उसकी रोशनी से यह आग्रह नहीं कर सकते कि वह केवल मेरे लिए ही प्रज्वलित हो. Submit a Comment Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked *Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ